कर्नाटक के ग्रामीण विकास, पंचायती राज और आईटी मंत्री प्रियांक खरगे ने सोमवार को गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 1,000 करोड़ रुपये लिए हैं। वे आपरेशन लोटस को अंजाम देने के लिए इस पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिन नेताओं को आलाकमान ने नजरअंदाज किया था, वे अमित शाह से मदद मांगने के लिए दिल्ली गए थे और उनसे पैसे लिए थे। उन्होंने कहा कि यह अब कोई रहस्य नहीं है कि भाजपा आपरेशन लोटस को अंजाम देकर कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रही है। जहां भी उन्हें बहुमत नहीं मिलता, वहां विधायकों को पैसे का लालच देकर आपरेशन लोटस चलाया जाता है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, बिहार, असम और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में जहां भाजपा को बहुमत नहीं मिला, उन्होंने आपरेशन लोटस चलाया। राजस्थान में भी उन्होंने इस तरह का प्रयास किया। कर्नाटक में भी वे प्रयास कर रहे हैं। आरोप लगाया कि नेताओं ने अमित शाह से कहा कि वह उन्हें 1,000 करोड़ रुपये दे दें तो वे सरकार बना लेंगे। वे नेता मुझसे संपर्क नहीं कर रहे हैं। लेकिन, जब हमारे विधायक इस बारे में बात कर रहे हैं तो हमें इस पर विश्वास करना होगा। देश में ऐसा पहले भी हो चुका है।
भाजपा ने किया पलटवार
पीटीआई के अनुसार, भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री रमेश जारकीहोली ने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया कि 2019 में कांग्रेस गठबंधन सरकार को गिराने वाले लोग एक बार फिर सक्रिय हैं और सत्तारुढ़ पार्टी के विधायकों को रिश्वत की पेशकश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा इस तरह के कार्यों में भरोसा नहीं रखती है।