प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना तहत स्ट्रीट वेंडरों को दीपावली से पहले मिलेगा ऋण
कोरोना संकट को देखते हुए गरीबों को राहत देने के उद्देश्य से पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत सड़कों और पटरियों पर रेहड़ी-ठेली व फड़ लगाकर सामान बेचने वाले स्ट्रीट वेंडरों को 10 हजार रुपये तक के ऋण की सुविधा दी जा रही है। इस क्रम में उत्तराखंड में भी काफी संख्या में स्ट्रीट वेंडरों ने ऋण के लिए आवेदन किए हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में अधिकांश इसके लाभ से वंचित हैं।
प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना (पीएम स्वनिधि) के तहत ऋण के लिए आवेदन करने वाले स्ट्रीट वेंडरों को दीपावली से पहले ऋण वितरित कर दिया जाएगा। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने योजना की समीक्षा बैठक में इस सिलसिले में जिलाधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अधिकाधिक स्ट्रीट वेंडरों को योजना का लाभ मिले, इसके लिए जिलाधिकारियों और बैंकर्स को व्यक्तिगत रूप से भी प्रयास करने होंगे।
इसे देखते हुए अब शासन सक्रिय हो गया है और इसी कड़ी में मुख्य सचिव ने शनिवार को योजना की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने कहा कि त्योहारी सीजन होने के मद्देनजर गरीब तबके के व्यक्ति योजना का अधिकतम लाभ ले सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि चिह्नित स्ट्रीट वेंडरों को दीपावली से पहले ऋण आवंटित कर दिया जाए। उन्होंने योजना की सफलता के लिए बैंकों से बेहतर समन्वय बनाने और वेंडरों की सुविधा के लिए शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने यह सर्वे कराने को भी कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कितने चिह्नित वेंडरों ने पलायन किया है। बैठक में सचिव शहरी विकास शैलेश बगौली मौजूद थे, जबकि सभी जिलों के जिलाधिकारी और बैंक अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक से जुड़े।