देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के गाँधी पार्क के बाहर अपनी मांगों को लेकर कईं महिलाएं एवँ बेरोजगार युवा बीते काफी दिनों से धरना दे रहे हैं। जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे लगातार इन आंदोलनकारी युवाओं व महिलाओं की मदद करती आ रही हैं और उन्हें हर तरह से सहयोग और समर्थन दे रही हैं।
वहीं इन मजबूर युवाओं की परेशानियों को देखते हुए राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे अपने खर्च पर इनके भोजन-पानी की व्यवस्था भी करवा रही हैं। सर्दी के मौसम को देखते हुए जनसेवी भावना पांडे ने आंदोलनकारियों के लिए तंबुओं, तिरपाल एवँ रज़ाई-गद्दे भी उपलब्ध करवाए हैं। यही नहीं दिसम्बर माह की कड़ाके की सर्दी में भी वे धरना स्थल पर रोजाना मौजूद रहकर बेरोजगार आंदोलनकारियों के हक़ की लड़ाई को लड़ रही हैं।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे का कहना है कि विधानसभा चुनाव नज़दीक आता देख कांग्रेस और यूकेडी जैसी राजनीतिक पार्टियों के कुछ नेता वोटों की खातिर इन आंदोलनकारियों के हितैषी होने का स्वांग रच रहे हैं और इन्हें प्रलोभन व आश्वासन देकर झूठे वायदे कर रहे हैं। जबकि पिछले कईं महीनों से ये बेरोजगार युवा व महिलाएं अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं किंतु किसी राजनीतिक दल ने इनकी सुध नहीं ली।
वहीं गांधी पार्क के बाहर आंदोलन कर रहे युवाओं और महिलाओं के धरना स्थल पर अचानक पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवँ कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत को आंदोलनकारियों के गुस्से और विरोध का सामना करना पड़ा। आंदोलनकारी उन्हें वापस जाने को कहने लगे। पीआरडी के जवान और महिलाओं ने हरीश रावत के सामने जमकर अपना रोष प्रकट किया।
मौके पर मौजूद जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि पिछले काफी दिनों से ये बेरोजगार युवा यहाँ आंदोलन कर रहे हैं किंतु कांग्रेस का कोई नेता इनका हाल पूछने नहीं आया, जबकि कुछ ही दूरी पर प्रदेश कांग्रेस का मुख्यालय स्थित है।
इस दौरान पीआरडी की महिलाओं ने भावना पांडे का आभार जताते हुए उन्हें धन्यवाद कहा। उन्होंने हरीश रावत को बताया कि बीते काफी दिनों से जेसीपी मुखिया भावना पांडे उनका ध्यान रख रही हैं। इन महिलाओं ने कहा कि यदि भावना पांडे साथ न होतीं तो न जाने उनका क्या होता। वहीं मौके की नज़ाकत को देखते हुए व माहौल गर्म होता देख हरीश रावत चुपचाप वहां से निकल लिये।
वहीं भावना पांडे ने मीडिया से कहा कि पिछले कईं महीनों से आंदोलनकारी युवा तकलीफों का सामना कर रहे हैं मगर न कांग्रेस और न भाजपा किसी को इनपर तरस नहीं आया और अब चुनाव नजदीक आता देख ये अपनी राजनीति चमकाने धरना स्थल पहुंचने लगे।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता का जितना बेवकूफ बनाना था ये दोनों दल बना चुके। राज्य की जागरूक जनता अब इनके झांसे में नहीं आएगी। इस बार विधानसभा चुनाव में बड़ा परिवर्तन होगा। प्रदेश की महिलाएं व युवा इन दलों को बाहर का रास्ता दिखाएंगे और जनता कैबिनेट पार्टी को सेवा का अवसर प्रदान करेंगे।