उत्तराखंड के मैदानी जिलों में तैनात पुलिसकर्मियों को भी मिलेगा वीकली ऑफ
इस व्यवस्था के काफी अच्छे परिणामों को देखते हुए हरिद्वार कुंभ के बाद अब एक मई से देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर सहित पूरे प्रदेश में इस व्यवस्था को लागू किया जा रहा है। डीजपी ने बताया कि राज्य के पुलिस बैरकों का नामकरण, स्थानीय चोटियों, नदियों के नाम पर किया जाएगा। इसी तरह निचले रैंक के पुलिस कर्मियों को वर्दी के बजाय वर्दी भत्ता भी दिया जाएगा। इसके साथ ही स्टूडेंट पुलिस कैडेट कोर में शामिल छात्रों को प्रोत्साहन स्वरूप वर्दी दी जाएगी।
उत्तराखंड के मैदानी जिलों के पुलिसकर्मियों को कुंभ के बाद साप्ताहिक अवकाश दिया जाएगा। साथ ही राज्य के पुलिस बैरकों का नामकरण स्थानीय नदियों और चोटियों के नाम पर किया जाएगा। डीजीपी अशोक कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कांफ्रेंस के दौरान राज्य के पहाड़ी जिलों में लागू की गई साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था की समीक्षा की गई।
डीजीपी ने बताया कि प्रदेश में डोईवाला, रुड़की और यूसनगर में चार ट्रैफिक थाने खोले जाने की तैयारी है। हाईवे पट्रोलिंग के लिए सौ वाहन मिलने की उम्मीद है। लंबे समय बाद उत्तराखंड में पुलिस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें शत प्रतिशत पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति रही। इस दौरान अपराध नियंत्रण के साथ ही साइबर क्राइम, ट्रैफिक और दुर्घटना के समय राहत और बचाव में पुलिस की दक्षता बढ़ाने पर अहम निर्णय लिए गए।