रात 10 बजे के बाद पटाखे जलाने वालों पर पुलिस रखेगी नजर
डीआइजी ने कहा कि सभी दुकानदार सिर्फ ग्रीन पटाखों का ही विक्रय करेंगे। त्योहारों के दिन सभी थानाध्यक्ष रात 10 बजे के बाद अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण करेंगे। लाउडस्पीकर के माध्यम से जनता से आतिशबाजी रोकने की अपील भी की जाएगी। इसके अलावा कंट्रोल रूम से सीसीटीवी के माध्यम से शहर में नजर रखी जाएगी।
दीपावली, गुरु पर्व और छठ पूजा पर रात 10 बजे के बाद पटाखे न जलें, इसके लिए पुलिस ने खास रणनीति तैयार की है। आतिशबाजी को लेकर शासन की ओर से जारी गाइडलाइन के बाद डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने बुधवार को पुलिस अधिकारियों के साथ गोष्ठी कर आदेशों का पालन सख्ती करने के निर्देश दिए।
डीआइजी ने निर्देश जारी किए हैं कि विदेशी पटाखे स्टोर करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही दुकानों पर शारीरिक दूरी के नियम का पालन करवाने को भी कहा है।
त्योहारों पर शांति व्यवस्था बनाने व कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाने के लिए डीआइजी ने सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद कर दी हैं। उन्होंने कहा कि पूरी फोर्स शहर में उतारी जाएगी, ताकि कानून व्यवस्था के साथ-साथ यातायात सुचारू ढंग से चल सके।
चीनी उत्पाद के विरोध के बीच बाजार में पटाखे भी स्वदेशी ही मंगाए जा रहे हैं। विक्रेताओं ने चीनी पटाखों को दरकिनार कर बड़ी मात्रा में स्थानीय पटाखों का स्टॉक मंगा लिया है। जबकि, अन्य वर्षों की ही भांति व्यापारी दीपावली से करीब एक सप्ताह पूर्व पटाखे दुकानों में ला चुके हैं।
पटाखा व्यापारी पवन आनंद ने बताया कि इस साल उनके पूरे पटाखे तमिलनाडु स्थित शिवा-काशी से लिए हैं। बताया कि पिछले साल तक बाजार में चाइनीज खिलौने और पटाखे खूब बिका करते थे। लेकिन, अब इनकी खरीद न के बराबर हो गई है। हालांकि, दून के ही बाजार में कुछ व्यापारी ऐसे भी हैं जो पिछले साल का बचा हुआ स्टॉक बेच रहे हैं। पलटन बाजार में पटाखों की दुकान लगाने वाले दिनेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने इस साल तो कोई चाइनीज खिलौने या पटाखे नहीं लिए, लेकिन पिछले साल का स्टॉक बचा हुआ था, तो उसे बेचने को मजबूर हैं। वहीं, शहर के विभिन्न इलाकों में पटाखों की दुकानें सजने लगी हैं। पर्याप्त स्टॉक मंगाया जा चुका है और दुकानों पर बिक्री भी शुरू कर दी गई है।