नई दिल्ली। पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक से जुड़ा मामला इन दिनों सुर्खियों में लगातार बना है। जिसको लेकर खाताधारकों का विरोध प्रदर्शन भी जारी है। इस बीच एक पीएमसी बैंक के खाताधारक की मौत हो गई। ओशिवारा के तारापोरेवाला गार्डन में रहने वाले संजय गुलाटी का पीएमसी बैंक में करीब 90 लाख रुपया जमा है। सोमवार को वह बैंक पर लगाई गई पाबंदियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस प्रदर्शन के बाद जब वह घर पहुंचे तो उन्हें हार्ट अटैक आया। जिसके कारण उनकी मौत हो गई है।
बता दें कि पीएमसी बैंक में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद केंद्रीय बैंक ने इस बैंक के ग्राहकों के लिए नकदी निकासी की सीमा तय करने के साथ ही बैंक पर कई तरह के अन्य प्रतिबंध लगा दिए हैं।
क्या है PMC बैंक घोटाला?
-1984 में पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक की स्थापना हुई।
-महाराष्ट्र समेत 6 राज्यों में 137 ब्रांच।
-लोगों के 11 हजार 600 करोड़ रूपए जमा हैं।
-करीब 4355 करोड़ का घोटाला।
-बैंक ने 8300 करोड़ रूपए के कर्ज बांटे।
-कर्जदार कंपनियों ने पैसे नहीं लौटाए तो बैंक डूबा।
-घोटाला सामने आने पर आरबीआई ने बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं।
-आरबीआई ने यह कार्रवाई बैंकिग रेलुगेशन एक्ट, 1949 के सेक्शन 35ए के तहत की।
-बैंक में कोई नया फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट नहीं खुल सकेगा, इसके अलावा बैंक के नए लोन -जारी करने पर भी पाबंदी लगाई गई थी।