विशुद्ध रूप से उत्तराखंड में पार्टी के लिए राजनीतिक माहौल बनाने के लिए आ रहे हैं। पार्टी में सबसे ज्यादा डिमांड भी उन्हीं की है। मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम से अब भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड पर आ चुकी है। सिटिंग विधायकों से लेकर दावेदार अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय हो गए हैं और बूथ से लेकर मंडल स्तर पर रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिसंबर को देहरादून आ सकते हैं। वे पार्टी के लिए विधानसभा चुनाव रैली का आगाज करेंगे। बुधवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को देहरादून का कार्यक्रम लगभग तय है। हालांकि, अभी पार्टी स्तर पर इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। मोदी इसी माह पांच नवंबर को केदारनाथ की यात्रा पर आए थे।
उधर, कौशिक का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी का कुमाऊं मंडल में भी जल्द दौरा तय किया जाएगा। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के कार्यक्रम भी तय किए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी के दौरे को लेकर भाजपा ने भी तैयारियों शुरू कर दी हैं। मोदी इससे पहले भी केदारनाथ के कपाट बंद होने से पहले पांच नवंबर को उत्तराखंड आए थे।
केंद्रीय मंत्री व चुनाव प्रभारी जोशी गुरुवार को विजन 2022 पर चर्चा के लिए घोषणा पत्र कमेटी के प्रमुख व सह प्रमुखों के साथ चर्चा करेंगे। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार सबसे अहम मुद्दे रहेंगे, जबकि सरकार के अब तक विभिन्न वर्गों के लिए उठाए गए कदम का लेखा-जोखा भी शामिल किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी ने उत्तराखंड के विकास के लिए जो दृष्टिपत्र जारी किया था, उसमें से कितने फीसदी वादे पूरे हुए हैं। इनका भी हिसाब-किताब जनता के समक्ष रखा जाएगा। इसके साथ ही अगले तीन साल के भीतर उत्तराखंड को नंबर वन स्टेट बनाने के संकल्प को शामिल जाएगा।