मुंबई। इन दिनों अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा अपनी आगमी फ़िल्म ‘जबरिया जोड़ी’ के प्रमोशन में बिज़ी हैं। जबरिया जोड़ी’ इस फ़्राइडे यानि 9 अगस्त को रिलीज़ हो रही है। इस फ़िल्म में उनके अपोजिट एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा हैं। फ़िल्म की कहानी बिहार की शादियों पर आधारित हैं, जो कि वहां पर ज़बरदस्ती कराई जाती हैं। हाल ही में परिणीति ने फ़िल्म को लेकर मीडिया से बातचीत की। मीडिया को दिये इस इंटरव्यू में परिणीति ने दहेज और पकड़वा विवाह जैसे गंभीर मुद्दों पर अपनी राय रखी।
बेबाक तरीके से अपनी बात रखते हुए परिणीति ने कहा कि हिंदुस्तान में दहेज पर रोक है, पर इसके बावज़ूद दहेज का चलन जारी है। एक्ट्रेस का कहना है कि हम सबको पता है कि दहेज का लेन-देन ग़ैरक़ानूनी है। पर फिर भी शादियों में इसकी डिमांड करते हैं। परिणीति को तब और भी गुस्सा आता है, जब लोग दहेज को तोहफ़े का रूप देते हैं। इसके साथ ही एक्ट्रेस का कहना है कि दहेज का मतलब होता है कि आप लड़की को नाप-तौल कर बेच रहे हैं।
परिणीति आगे कहती हैं कि हम ख़ुद को भले ही मॉर्डन मानते हों, पर भी मॉर्डन नहीं हैं। लड़की के घरवालों से दहेज की मांग करना काफ़ी दुख़द है। दहेज देना जुर्म को निमंत्रण देना सामान है। इसके बाद परिणीति ने बिहार का ज़िक्र करते हुए कहा कि बिहार में ये अपराध काफ़ी सालों से चला आ रहा है। अकसर इस शहर में ज़बरदस्ती शादिया भी होती हैं। ऐसा इसलिये क्योंकि वहां लड़के वाले शादी करने के लिये खू़ब सारे दहेज की मांग करते हैं।
परिणीति कहती हैं कि वो दहेज प्रथा और पकड़वा शादी दोनों के ख़िलाफ़ हैं। कोई किसी की पकड़कर शादी नहीं करा सकता। एक्ट्रेस कहती हैं कि ये जो भी हो रहा है ग़लत है। दहेज की मांग बंद होते ही पकड़वा विवाह ख़ुद ब ख़ुद ख़त्म हो जायेगा। इस इंटरव्यू में परिणीति ने लोगों से दहेज की रोक को लेकर विनती भी की।
परिणीति की इन बातों से साफ़ है कि वो कभी भी किसी ऐसे इंसान से शादी नहीं कर सकती है, जिसके मन में पैसों को लेकर लालच हो। जो कि सही भी है। ख़ैर जो भी है आप लोग फ़िल्म देखने ज़रूर जाना।