फैसिलिटी क्वारंटाइन वालों के ही होंगे रैपिड टेस्ट उत्तराखंड में, पॉजिटिव हुए तो बढ़ेगी मुश्किल

रैपिड टेस्ट के राज्य नोडल अधिकारी व एचएनबी चिकित्सा विवि के कुलपति प्रो.हेमचंद्रा ने बताया कि सोमवार को स्वास्थ्य सचिव नितेश झा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक के साथ निदेशक स्वास्थ्य व देहरादून की मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी मौजूद थीं। प्रो.हेमचंद्रा ने बताया कि सोमवार देर शाम से रैपिड टेस्ट शुरू कर दिए गए। इस टेस्ट के लिए काफी स्वास्थ्यकर्मी चाहिए होंगे, उसकी भी तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया-पहली बार में जिनके रैपिड टेस्ट नेगेटिव आएंगे, एक सप्ताह बाद दोबारा उनकी जांच की जाएगी।

उत्तराखंड में एंटी बॉडी रैपिड टेस्ट के पहले चरण में सिर्फ उन लोगों की जांच की जाएगी जो फैसिलिटी क्वारंटाइन में रखे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। एंटीबॉडी रैपिड जांच किट की सीमित उपलब्धता को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। केंद्र से मिली 4800 रैपिड जांच किट सरकार ने दून, हरिद्वार, नैनीताल, यूएसनगर में भी बांटा हैं। जिलों में कम किट को देखते हुए फिलहाल केवल उन लोगों के एंटी बॉडी टेस्ट करने का निर्णय लिया गया है जिन्हें संक्रमण के संदेह में फैसिलिटी क्वारंटाइन में रखा गया है।

राज्य में रैपिड जांच के दौरान यदि ज्यादा मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई तो चुनौती बढ़ जाएगी। इससे न सिर्फ ज्यादा से ज्यादा जांच का दबाव बढ़ेगा बल्कि अधिक संसाधन जुटाने की चुनौती भी बढ़ेगी। केंद्र से फिलहाल 4800 ही किट मिली हैं और इनसे सभी संक्रमितों का पता लगा पाना मुश्किल है।

यही नहीं,यदि फैसिलिटी क्वारंटाइन किए लोगों में वायरस की एंटी बॉडी मिलती है तो इससे साफ हो जाएगा कि राज्य में वायरस का प्रसार काफी हद तक हो चुका है। ऐसे में होम क्वारंटाइन किए लोगों या समाज में संक्रमण का पता करने को आम लोगों के टेस्ट की नौबत भी आ सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *