उत्तराखंड का सिर्फ एक जिला अब रेड जोन में
उत्तराखंड में कोरोना न सिर्फ काबू में है, बल्कि संक्रमण की रोकथाम भी प्रभावी तरीके से की जा रही है। यही कारण है कि केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार देहरादून में कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मामले दर्ज होने के बाद भी रेड से ऑरेंज जोन में शामिल हो गया है। संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के बूते ऊधमसिंहनगर ग्रीन जोन में आ गया है और नैनीताल जिला भी ऑरेंज जोन में शामिल है। सुकून की बात यह भी है कि नौ जिलों का ग्रीन जोन बरकरार है।
उत्तराखंड के लिए राहतभरी खबर है। प्रदेश के दो जिले देहरादून और नैनीताल अब कोरोना वायरस के रेड जोन में शामिल नहीं हैं। इन्हें ऑरेंज जोन कैटिगिरी में शामिल कर दिया गया है। इसके साथ ही हरिद्वार पहले की तरह ही रेड जोन में शामिल है।
केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन में जोन कैटेगरी के लिए कोरोना संक्रमण की स्थिति (लोकल/कम्युनिटी ट्रांसमिशन या कंटेनमेंट जोन), कम्युनिटी सर्विलांस, लॉकडाउन नियमों का पालन कराने आदि के मानक शामिल किए गए हैं। इसमें अहम बात यह भी है कि नगर निकाय को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण का मामला सामने नहीं आना चाहिए। उत्तराखंड के लिए सबसे राहत की बात यह है कि यहां संक्रमण की दर एक फीसद से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत चार फीसद के करीब है। इसके अलावा संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर में भी हम राष्ट्रीय औसत से करीब ढाई गुना आगे चल रहे हैं। जो नए मामले सामने आ भी रहे हैं, वह कंटेनमेंट जोन तक सीमित हैं।
उत्तराखंड का सिर्फ एक जिला अब रेड जोन में, ओरेंजे और ग्रीन जोन की लिस्ट
पहले उत्तराखंड के तीन जिले देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल रेड जोन में शामिल थे, लेकिन अब सिर्फ हरिद्वार को ही रेड जोन में शामिल किया गया है। अन्य दो जिले ऑरेंज कैटिगिरी में शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदेश के दस जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया। बता दें कि ऋषिकेश के अलग नगर निगम होने के चलते यहां के मामले देहरादून में नहीं आएंगे। ऋषिकेश के मामले एक अलग यूनिट के तौर पर देखे जाएंगे।
कोरोना संक्रमण व रोकथाम में आगे उत्तराखंड
- संक्रमण की दर, 0.86 फीसद
- राष्ट्रीय औसत, करीब चार फीसद
- मरीजों के स्वस्थ होने की दर, 64.91
- राष्ट्रीय औसत, 25 फीसद
- उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति