चारधाम में श्रद्धालुओं की संख्या तय करने के बाद अब सरकार ने पंजीकरण की संख्या भी तय करने का निर्णय लिया है। केदारनाथ-बदरीनाथ सहित चारों धामों में रजिस्ट्रेशन के बिना तीर्थ यात्री दर्शन नहीं कर पाएंगे। अब सभी धामों के लिए उतने ही पंजीकरण हो पाएंगे जितनी संख्या पहले से तय की गई है।
यह संख्या पूरी होने के बाद साफ्टवेयर खुद ही पंजीकरण बंद कर देगा और उसके बाद लोगों को दर्शन के लिए आगे की उपलब्ध बुकिंग तिथि का सुझाव देगा। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य सरकार ने चारों धामों में केरिंग कैपेसिटी को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्रेशन के लिए एक निश्चित सीमा निर्धारित कर दी है।
रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर सॉफ्टवेयर को इसी के अनुसार डिजाइन किया गया है। जिन तिथियों में निर्धारित सीमा तक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं उन पर और अधिक रजिस्ट्रेशन नहीं किए जा सकेंगे। दर्शनार्थियों को अगली उपलब्ध तिथियों पर रजिस्ट्रेशन की सलाह दी जाएगी।
दिक्कतों की थी शिकायत
चारधाम के लिए रजिस्ट्रेशन न होने पर पिछले कुछ दिनों से चर्चा थी कि राज्य का रजिस्ट्रेशन पोर्टल ठीक से काम नहीं कर रहा। जावलकर ने बताया कि वास्तविकता यह है कि पोर्टल को एक सीमा से अधिक रजिस्ट्रेशन नहीं करने के अनुरूप डिजाइन किया गया है। उन्होंने अपील की कि रजिस्ट्रेशन में दिक्कत आने पर 01351364 पर फोन कर जानकारी ली जा सकती है।
चारधामों में प्रतिदिन तय यात्रियों की संख्या
बदरीनाथ 16 हजार
केदारनाथ 13 हजार
गंगोत्री 08 हजार
यमुनोत्री 05 हजार