देहरादून और हरिद्वार में बनाए जाएंगे नगर वन, शुरू की परियोजना
योजना के पहले चरण में उत्तराखंड में देहरादून और हरिद्वार में नगर वन बनाए जाएंगे। इसके तहत वन विभाग की जमीन पर सघन वन तैयार करने के साथ ही शहरियों के लिए इकोफ्रेंडली माहौल तैयार किया जाएगा।
शहरों की आबोहवा को शुद्ध बनाने और आमजन को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने ‘नगर वन परियोजना’ की शुरुआत की है।
योजना को धरातल पर उतारा जा सके इसी कड़ी में प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों के साथ इंदिरानगर समेत कई इलाकों का भ्रमण कर जानकारी जुटाई कि आखिरकार कहां नगर वन बनाया जा सकता हैं। प्रभागीय वन अधिकारी राजीव धीमान ने बताया कि नगर वन को पूरी तरह इको फ्रेंडली बनाने के साथ ही घने जंगलों का स्वरूप दिया जाएगा।
इसमें शहरियों के घूमने फिरने की भी व्यवस्था होगी। ताकि, वे खुद सेहतमंद बनने के साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूक हो सकें। पहले चरण में देहरादून और हरिद्वार में नगर वन बनाने की तैयारी है। निरीक्षण के दौरान मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल क्षेत्र सुशांत पटनायक, वन संरक्षक शिवालिक वृत अखिलेश तिवारी, वन संरक्षक यमुना वृत अमित वर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून राजीव धीमान, प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी कहकशां नसीम उपस्थित रहे।
आवास की समस्या से जूझ रहे वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए खबर राहत देने वाली है। वन मुख्यालय की ओर से राजधानी के विभिन्न इलाकों में नई आवासीय कॉलोनियां बनाने की तैयारी है। इसके लिए विभागीय स्तर पर जमीनों को चिह्नित करने के साथ ही कॉलोनियों की डीपीआर तैयार की जा रही है।
प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने विभागीय आला अधिकारियों के साथ इंदिरानगर और रायपुर क्षेत्र में वन विभाग की खाली पड़ी उन जमीनों का भी निरीक्षण किया जहां आवासीय कॉलोनियों का निर्माण किया जा सकता है। प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान ने बताया कि कॉलोनियों के निर्माण को लेकर जमीनों का निरीक्षण कर लिया गया है।
अब मुख्यालय में आला अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि कॉलोनियों का निर्माण कहां किया जाए। बता दें कि वन विभाग में आवासीय कालोनियों की संख्या काफी कम है। ऐसे में विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों को सरकारी आवास की समस्या से जूझना पड़ रहा है। वन विभाग के कर्मचारी संगठनों की ओर से लगातार इस बात की मांग उठाई जा रही है कि विभागीय स्तर पर कॉलोनियों का निर्माण कर कर्मचारियों को आवास मुहैया कराया जाए।
निरीक्षण के समय मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक, वन संरक्षक शिवालिक अखिलेश तिवारी, वन संरक्षक यमुना वृत अमित वर्मा, प्रभागीय वन अधिकारी मसूरी कहकशा नसीम, एसडीओ बीबी मर्तोलिया उपस्थित रहे।