केदारनाथ-गंगोत्री सहित चारधाम में इस सीजन में पहुंचे सबसे ज्यादा तीर्थ यात्री
गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, धामों में श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ रही है। इस यात्रा सीजन में गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में शुक्रवार को एक दिन में पहली बार दो हजार से अधिक यात्री मां गंगा व यमुना के दर्शन को पहुंचे। वहीं बदरीनाथ में भी बड़ी संख्या में यात्री दर्शनों को पहुंच रहे हैं। इसके चलते यात्रा पड़ावों पर खासी चहल पहल का माहौल रहा।
केदारनाथ-गंगोत्री सहित चारधाम में तीर्थ यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। केदारनाथ सहित गंगोत्री व यमुनोत्री में इस सीजन के सबसे ज्यादा तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए। केदारनाथ धाम में इस सीजन के अब तक के सर्वाधिक 11,018 यात्री दर्शनों को पहुंचे हैं। केदारनाथ में अब तक दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या भी 66,415 हो गई है।
गौरतलब है कि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट अगले महीने नवंबर में देश विदेश के आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ को बंद हो जाएंगे। गंगोत्री धाम के कपाट 5 नवंबर को अन्नकूट के मौके पर बंद होंगे तो यमुनोत्री धाम के कपाट 6 नवंबर को भैया दूज के अवसर पर विधि विधान पूजा अर्चना व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बंद किए जाएंगे।
इस बीच यात्रा के चंद दिन ही शेष बचे हैं। इन शेष दिनों में ही चारधाम यात्रा अपने चरम पर भी पहुंचती दिखाई दे रही है। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं की चहलकदमी तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को गंगोत्री धाम में 1026 यात्री मां गंगा के दर्शन को पहुंचे, जबकि यमुनोत्री धाम में 1113 श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन करके लौटे।
इस तरह दोनों धाम में कुल 2139 तीर्थयात्री दर्शन करने पहुंचे। यात्रियों की संख्या बढ़ने से धामों में खासी चहल पहल का माहौल रहा। यात्रा पड़ावों पर भी संख्या बढ़ने से खूब रौनक दिखाई दी। इससे पहले गत मंगलवार को दोनों धाम में 1500 से अधिक यात्री गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के दर्शन को पहुंचे थे। यात्रियों की संख्या में इजाफा होने से पर्यटन कारोबार ने भी रफ्तार पकड़ी है।
कुछ दिनों के लिए ही सही, जिले के पर्यटन कारोबार को पटरी पर लौटने का अवसर मिला। तीर्थपुरोहत राजेश सेमवाल, पवन सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम में यात्रियों की संख्या हर दिन अपना रिकार्ड तोड़ रही है। उम्मीद है कि कपाट बंद होने तक यात्रियों में इसी तरह का जोश बरकरार रहेगा।
रुदप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर गुप्तकाशी विद्याधाम के पास मलबा व बोल्डर आने से दो घंटे हाईवे जाम रहा। इस दौरान मलबे की चपेट में आने से एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हुआ। जिससे मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लाइनें लगने से तीर्थ यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को आवाजाही में खासी दिक्कते उठानी पड़ी।
शनिवार को गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग गुप्तकाशी से आगे विद्याधाम के पास सुबह साढे आठ पहाड़ी से अचानक मलबा आने हाईवे पूरी तरह जाम हो गया। इस दौरान मार्ग से गुजर रहा एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। हाईवे पर जाम लगने से मार्ग के दोनों वाहनों की लंबी कतारें लग गई। जिससे यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को आवाजाही में खासी दिक्कतें उठानी पड़ी।
सूचना मिलने पर लेानिवि एनएच ने जेसीबी मशीन से मलबा हटाने का कार्य शुरू किया। दो घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद सुबह साढे दस बजे पर आवाजाही के लिए यातायात को सुचारु किया गया। पहाड़ी से मलबा गिरने सड़क पर चल रहे वाहन पर पत्थर गिर गया। जिसमे वाहन को हल्का नुकसान हुआ। तथा सभी सवारियां सुरक्षित हैं।