काबुल। अफगानिस्तान एक बार फिर आतंकी हमलों से दहला है। अफगानिस्तान के पूर्वी क्षेत्र खोस्त प्रांत में एक मस्जिद में आतंकी हमले में 30 लोगों की जान गई है और कई लोग बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। जिस मस्जिद में विस्फोट हुआ है उसे मतदाता पंजीकरण केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रांतीय प्रमुख हबीब शाह अंसारी ने खोस्त शहर में हुए हमले की पुष्टि की है।
अफगानिस्तान में इसी साल अक्टूबर में आम चुनाव होने हैं और उसी के विरोध में आतंकियों ने हमले करने शुरू कर दिए हैं। अफगानिस्तान में होने वाले आम चुनाव का आतंकी संगठन बहिष्कार कर रहे हैं। पिछले महीने भी काबुल में एक मतदाता पंजीकरण केंद्र पर आत्मघाती हमला हुआ था। इस हमले में 60 लोग मारे गए और कम से कम 130 घायल हुए थे।
अभी तक इस हमले की किसी भी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। अफगानिस्तान में आईएस और तालिबान दोनों ही बहुत सक्रिय है और ये दोनों आतंकी संगठन चुनाव का बहिष्कार करने के लिए मस्जिदों और चुनाव से संबंधित इमारतों को निशाना बना रहे हैं। अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में आईएस का दबदबा नहीं है, लेकिन पिछले कुछ सालों में इस खूंखार आतंकी संगठन ने भी अपनी जड़े जमाने की कोशिश की है। अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत की पूर्वी सीमा पाकिस्तान की सीमा को छूती है।