देहरादून। भगवान श्रीगणेश का स्वरूप अत्यन्त ही मनोहर एवं मंगलदायक है। वे एकदन्त और चतुर्बाहु हैं। अपने चारों हाथों में वे क्रमशः पाश, अंकुश, मोदकपात्र तथा वरमुद्रा धारण करते हैं। वे रक्तवर्ण, लम्बोदर, शूर्पकर्ण तथा पीतवस्त्रधारी हैं।
वे रक्त चंदन धारण करते हैं तथा उन्हें रक्तवर्ण के पुष्प विशेष प्रिय हैं। वे अपने उपासकों पर शीघ्र प्रसन्न होकर उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। एक रूप में भगवान श्रीगणेश उमा−महेश्वर के पुत्र हैं। वे अग्रपूज्य, गणों के ईश, स्वस्तिकरूप तथा प्रणव स्वरूप हैं।
उनके अनन्त नामों में सुमुख, एकदन्त, कपिल, गजकर्णक, लम्बोदर, विकट, विघ्ननाशक, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचन्द्र तथा गजानन− ये बारह नाम अत्यन्त प्रसिद्ध हैं।
गणेश चतुर्थी के शुरू होते ही देहरादून के मन्नुगंज में श्री गणपति सेवा समिति देहरादून ने भगवान गणपति को मन्नुगंज में स्थापित किया है। सोमवार को सातवे दिन समिति के सदस्यों द्वारा देहरादून के प्रसिद्ध भजन गायक मंडली अरविंद साई जागरण पार्टी को आमंत्रित किया।
साई पार्टी ने भगवान भोले, भगवान विष्णु, कृष्ण भगवान, भगवान राम और माता के भजनों से समा बांध दिया। भगवान गणेश जी की पूजा शुरू हो गई। भगवान गणेश के भक्त काफी उत्साह के साथ इस त्यौहार को मना रहे हैं।
इसी तरह मन्नू गंज देहरादून में भी गणपति उत्सव की धूम है पिछले 7 दिनों से प्रत्येक दिन कोई न कोई मंडली अगर भगवान गणपति का गुणगान करती है भगवान गणपति के गुणगान से चारों तरफ माहौल भक्तों में ही हो जाता है।
इस अवसर पर गणपति गणपति सेवा समिति के संयोजक सौरभ महाजन गौरव गुलाटी अभिषेक उर्फ भोला मोहित भाटिया अभिषेक कुमार करण प्रजापति मोना निशु शिवानी गरीबा सोनिया श्वेता सहित सभी सदस्यों ने भगवान गणपति का गुणगान किया।इस अवसर पर सैकड़ों भगत जन मौजूद रहे।