नयी दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह ने कहा है कि उन्हें यकीन नहीं होता कि वह बॉलीवुड के सबसे सफल युवा कलाकारों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग में मिली सफलता उनके कठिन परिश्रम और दृढ़ता का परिणाम है। 32 वर्षीय रणवीर सिंह ने वर्ष 2010 की फिल्म “बैंड बाजा बारात” के साथ हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। उन्होंने कहा कि उन्होंने बहुत जोखिम उठाया और यश राज फिल्म जैसे बड़े बैनर द्वारा लॉन्च किए जाने से पहले “नियमित तैयारी” की।
रणवीर ने कहा, “मैं खुद को दर्शकों के सामने बैठा हुआ महसूस करता था। मैं हर दिन उठकर सोचता था कि मैं सपना देख रहा हूं। मैं हिंदी सिनेमा की धुन में इस कदर रमा रहता था। हाथ में पोर्टफोलियो लेकर मैंने मुंबई में तीन साल तक संघर्ष किया। मैंने नियमित अभ्यास किया। मैंने अपनी किस्मत खुद बनाई। मैंने खुद के लिए ऐसी स्थितियां बनाई जहां मुझे अच्छा काम मिलने लगा और मैं उसके हिसाब से ढलने लगा।’’
रणवीर सिंह ने कहा कि उनके मार्गदर्शक और फिल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा ने उनमें विश्वास दिखाकर अभिनेताओं को ‘‘विरासत” नहीं बल्कि उनकी प्रतिभा के बल पर आगे बढ़ाने का एक महान उदाहरण पेश किया।