कोरोना टीकाकरण वाले हर बूथ पर रहेगा लाइफ सेविंग इंजेक्शन

कोरोना टीकाकरण वाले हर बूथ पर रहेगा लाइफ सेविंग इंजेक्शन

हरिद्वार जिले में टीकाकरण के लिए पचास बूथ बनाए जा रहे हैं। इसमें 16 प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 8 निजी अस्पताल व 24 शिक्षण संस्थाए शामिल हैं। जिनमें आईटीआई और पॉलिटेक्निक भी शामिल हैं। टीकाकरण के लिए जिले में 11 सुपरवाइजर तैनात किए जा रहे हैं। हरिद्वार जिले में कुल 14031 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाना है।

कोरोना के दो टीकों को आपात इस्तेमाल की इजाजत मिलने के बाद राज्य में टीकाकरण की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है। राज्य के 13 में से 12 जिलों में 293 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राइवेट अस्पतालों व शिक्षण संस्थानों को बूथ के रूप में चिह्नित किया गया है। जबकि राजधानी देहरादून में बूथ चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। टीकाकरण के लिए हर बूथ पर लाइफ सेविंग इंजेक्शन एड्रेनालाईन रखना अनिवार्य है किया गया है। यह इंजेक्शन टीके के रिएक्शन या साइट इफेक्ट से बचाने में काम आएगा। इसके अलावा सभी टीकाकरण बूथों के लिए एक- एक एम्बुलेंस भी रिजर्व रखने के निर्देश दिए गए हैं। पेश है हिन्दुस्तान की रिपोर्ट।

चमोली जिले में कुल 10 अस्पतालों को टीकाकरण बूथ बनाया जा रहा है। नोडल अफसर डॉ उमा रावत ने बताया कि जिले में इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी शामिल हैं। जिले में कुल 3 हजार 752 लोगों का टीकाकरण होना है।

पौड़ी जिले के कुल छह हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण के लिए 114 बूथ बनाए जा रहे हैं। जिले का भौगोलिक क्षेत्र काफी बड़ा होने की वजह से कुछ अन्य स्थानों की तलाश भी की जा रही है। जिले में सभी अस्पतालों को टीकाकरण बूथ बनाया गया है जिसमें एडिशनल पीएचसी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी शामिल हैं।

उत्तरकाशी जिले में स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना टीकाकरण के लिए कुल सात बूथ बनाए गए हैं। पहले चरण में जिले में कुल 3165 स्वा लोगों को टीके लगाए जाने हैं। जिले में प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को पोलिंग बूथ बनाया गया है।

टिहरी जिले में स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण के लिए कुल 16 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें बौराड़ी जिला अस्पताल, नरेंद्र नगर संयुक्त अस्पताल सहित सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। उन्होंने बताया कि टीके के बाद किसी को रिएक्शन होने पर एड्रेनालाईन इंजेक्शन से इलाज किया जाएगा।

देहरादून जिले में कुल 28 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना के टीके लगाए जाने हैं। इसके लिए सीएचसी, पीएचसी और उप केंद्रों को बूथ के रूप में बनाया जा रहा है। हालांकि अभी जिले में बूथ की संख्या फाइनल नहीं हो पाई है। टीकाकरण केंद्र में मास्क, सेनेटाइजर, डीप फ्रीजर, एम्बुलेंस तैनात रहेंगी।

कुमाऊं में पहले चरण में 31 हजार स्वास्थ कर्मी कोरोना टीकाकरण होगा। जिसके लिए बागेश्वर में 11, अल्मोड़ा 14, चंपावत में 21, उधमसिंहनगर में 19 व नैनिताल जिले में 31 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। इसमें सभी पीएचसी, जिला व बेस अस्पताल शामिल हैं। नैनिताल जिले के छह निजी अस्पतालों  को भी टीकाकरण केंद्र की सूची में शामिल किया गया है। हालांकि कुमाऊं के 90 फीसदी से ज्यादा पीएचसी को टीकाकरण केंद्र नही बनाया गया है। क्योंकि यहां टीका लगने के बाद व्यक्ति के बीमार होने की सूरत में इलाज के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।

 

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