उत्तराखंड में अब ऑनलाइन जमा होगी लाइसेंस फीस व शुल्क, घर बैठे भर सकेंगे ई-चालान
अब एक अप्रैल 2021 से शुरू होने वाली ई-चालान व्यवस्था से उन्हें इस परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा। इससे फर्जीवाड़े पर भी रोक लगेगी। दरअसल कई बार कुछ शरारती तत्व फर्जी चालान के जरिए अपने सरकारी देयकों के भुगतान का सबूत देते थे, जो तत्काल पकड़ में नहीं आ पाते थे। इसके साथ ही विभागों को ऐसे व्यक्तियों को पकड़ने में मशक्कत करनी पड़ती है। ई-चालान व्यवस्था में ऐसा करना मुमकिन नहीं होगा। वित्त विभाग की सचिव सौजन्या ने बताया कि आगामी एक अप्रैल से हर सरकारी देय का भुगतान ई-चालान के जरिए होगा। यह व्यवस्था अनिवार्य रूप से लागू होने जा रही है।
उत्तराखंड के लाखों व्यापारियों और बेरोजगारों के लिए यह अच्छी खबर है। राज्य सरकार ने आगामी एक अप्रैल से सभी तरह की लाइसेंस फीस और विभिन्न योजनाओं को शुल्क जमा करने की ऑनलाइन व्यवस्था शुरू करने के आदेश दिए हैं। इससे लोगों को बैंकों में चालान जमा करने को होने वाली जद्दोजहद से निजात मिल जाएगी। वर्तमान में लोगों को सरकारी भुगतान के तहत चालान जमा करने के लिए स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में जाना पड़ता है। आमतौर पर यहां लंबी लाइन लगी होने उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस आदेश से कारोबारियों, बेरोजगारों और राशन विक्रेताओं के साथ ही तमाम लोगों को लाभ मिलेगा। इससे बेरोजगारों को प्रतियोगी परीक्षा के चालान के लिए बैंक में लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा। कारोबारियों को कई तरह के चालान ऑनलाइन भरने की सुविधा मिल जाएगी। राशन विक्रताओं को भी प्रतिमाह राशन लेने के लिए चालान के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। इन सभी वर्ग के लोग अब ऑनलाइन या अपनी मनपसंद शाखा में चालान का भुगतान कर सकेंगे।
घर बैठे ई चालान से पैसा जमा करने के लिए जमाकर्ता को आईएफएमएस पोर्टल पर पहले जरूरी विवरण भरना होगा। इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मिली ओटीपी का प्रयोग करते हुए पासवर्ड जेनरेट करना होगा। इसके बाद जमाकर्ता को ई-चालान पंजीकरण फार्म के पेज और मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से यूजर आईडी की जानकारी मिलेगी। बैंक के पेमेंट गेटवे पर भुगतान के मोड का चयन कर ई-चालान की धनराशि जमा की जा सकेगी।
-कैश के चोरी या लुटने का खतरा नहीं