23 सितंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से पहले विधायकों की होगी कोरोना जांच, थर्मल स्कैनिंग के बाद मिलेगा प्रवेश
विधायक आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट विधानसभा के सामने प्रस्तुत करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के साथ ही अन्य विधायक भी यदि वर्चुअल माध्यम से जुड़ना चाहें तो संबंधित जिला मुख्यालय की एनआईसी से इसकी व्यवस्था बनाई जाएगी। इसी क्रम में विधानसभा के अधिकारियों और कर्मचारियों का भी रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाया जाएगा। साथ ही प्रवेश द्वार पर ही सभी आगतुकों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सत्र के दौरान मेडिकल टीम, दवाईयों की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। सत्र के दौरान विधानसभा की पैथोलॉजी लैब भी एक्टिव रहेगी। बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, डीजीपी अनिल रतूड़ी, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, सचिव राज्य सम्पत्ति आरके सुधांशु, डीआईजी विमला गुंज्याल, आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार, देहरादून जिला अधिकारी आशीष श्रीवास्तव आदि अधिकारी मौजूद रहे।
23 सितंबर से प्रस्तावित विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए विधायकों को अनिवार्य कोरोना जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। विधायकों को जांच रिपोर्ट विधानसभा को देनी होगी। अधिक से अधिक विधायकों को वर्चुअल माध्यम से सत्र की कार्रवाई में शामिल कराने की भी तैयारी चल रही है। विधानसभा सत्र तैयारियों के लिए आयोजित बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि विधायकों को अपने क्षेत्रों में या देहरादून स्थित विधायक निवास में कोरोना जांच करवानी होगी।
जारी नहीं होंगे पास
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सत्र के दौरान पत्रकार दीर्घा, दर्शक दीर्घा और अधिकारी दीर्घा के लिए पास जारी नहीं किए जाएंगे। इस दौरान गैर सरकारी व्यक्ति का प्रवेश परिसर में नहीं होगा। विधायकों के सहकर्मी भी परिसर के अंदर प्रवेश नहीं कर पाएंगे। अग्रवाल ने पूर्व विधायकों को भी इस दौरान परिसर में आने से बचने की अपील की है। सत्र के दौरान अधिकारियों के लिए विधानसभा परिसर में अलग हॉल बनाया जाएगा, जिसमें स्क्रीन के माध्यम से सत्र का लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा।