लक्ष्मण झूला पुल को हेरिटेज के तौर पर किया जा सकता है संरक्षित: मुख्यमंत्री

देहरादून। ऋषिकेश के ऐतिहासिक 90 साल पुराने लक्ष्मण झूला पुल की मियाद खत्म हो गई है। इसे देखते हुए शासन ने पुल पर आवागमन पर रोक लगा दी है। विरोध को देखते हुए सीएम ने निर्देश जारी करते हुए वहां नया लक्ष्मण झूला पुल बनाने की बात कही है। इसे लेकर सरकारी अमला भी इसकी तैयारियों में जुट गया है।

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि ऋषिकेश में नया पुल बनाया जाएगा। इसे लेकर अधिकारियों को डीपीआर तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं। पुल इसी पुल के बराबर में बनेगा या कहीं बनाया जाएगा यह अभी अधिकारियों से वार्ता कर तय किया जाएगा। लेकिन हरिद्वार में 2021 में होने वाले कुंभ से पहले यह पुल तैयार हो जाएगा।

वहीं, यमकेश्वर विधायक ऋतु खण्डूड़ी से बातचीत में सीएम ने कहा कि जल्द ही इस पुल के लिए विकल्प तैयार किया जाएगा। इसके लिए एक वैकल्पिक पुल बनाए जाने का निर्णय लिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छह माह पूर्व आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों से लक्ष्मण झूला की फिजीबिलिटी पर अध्ययन करने को कहा गया था। उनसे प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पुल की स्थिति ऐसी नही है कि इस पर अधिक आवाजाही की जाए। खासतौर पर चार पहिया या दुपहिया वाहनों को अनुमति दी जा सके। कांवड़ मेले में भारी भीड़ को देखते हुए लक्ष्मण झूला पर आवाजाही को जारी रखना उचित नहीं रहता।

जन सुरक्षा सरोकार के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसलिए लक्ष्मण झूला पर दो पहिया वाहनों की आवाजाही को तुरंत रोकने का निर्णय लिया गया है। साथ ही इसका विकल्प भी जल्द से जल्द तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्ष्मण झूला उत्तराखंड की एक सांस्कृतिक धरोहर है। ऋषिकेश के प्रमुख आकर्षण केन्द्र के रूप में देश-विदेश में इसकी पहचान है। यहां तक कि अनेक फिल्मों में यहां का फिल्मांकन भी किया गया है। लक्ष्मण झूला का समुचित रखरखाव करते हुए इसे हेरिटेज के तौर पर संरक्षित किया जा सकता है। इसके लिए भी विशेषज्ञों की राय से कार्य योजना बनाई जाएगी।

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