मौजूदा समय में चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य देख रही है, लेकिन इसके बाद भी अभी कई वार्डों में कंपनी के वाहन रोज नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिसे देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने लोगों के घरों के बाहर आरएफआईडी डिवाइस लगाने का निर्णय लिया है। इसके तहत जैसे ही कंपनी के वाहन घरों से कूड़ा उठाएंगे, उसका मैसेज निगम में बने सर्वर रूम में आ जाएगा।
इसके अलावा वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी के मोबाइल पर भी मैसेज जाएगा। अगर वाहन कूड़ा नहीं उठाता है तो उसका मैसेज भी आएगा, जिस पर कंपनी को उन घरों से कूड़ा उठाने के लिए कहा जाएगा। इसके बाद भी अगर कंपनी कूड़ा नहीं उठाती है तो उससे जुर्माना वसूला जाएगा। इन डिवाइस की मेंटीनेंस स्मार्ट सिटी लि. की ओर से की जाएगी।
आरएफआईडी डिवाइस लोगों के घरों में लगाई जाएगी। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में लगे वाहन के हेल्पर को भी जीपीएस से लैस एक बैच दिया जाएगा। जब हेल्पर कूड़ा उठाने जाएगा तो वह डिवाइस से कनेक्ट हो जाएगा। जिससे मैसेज नगर निगम में पहुंच जाएगा। अगर हेल्पर घर तक नहीं जाएगा तो उसकी रिपोर्ट सर्वर रूम में नहीं पहुंच पाएगी।
वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके सिंह ने बताया कि अगर डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में लगा वाहन कूड़ा नहीं उठाता है तो कंपनी से दो रुपये प्रति घर प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा।
नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि देहरादून स्मार्ट सिटी लि. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की ओर से भी इसके लिए सहमति मिल गई है। उम्मीद है कि जुलाई से इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। आरएफआईडी डिवाइस से व्यवस्था पारदर्शी हो सकेगी। इससे रोजाना कूड़ा उठान सुनिश्चित हो सकेगा।