नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दो सहयोगी दलों ने दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धरने को समर्थन दिया है और केंद्र की मोदी सरकार के रुख की आलोचना की है। जदयू और शिवसेना ने कहा है कि जिस तरह से केजरीवाल को सरकार चलाने से रोका जा रहा है, वो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। जदयू के पवन वर्मा और शिवसेना के संजय राउत ने इस पर बयान दिया है। दोनों ही दल सरकार में सहयोगी हैं।
सजंय राउत ने कहा है कि लोकतंत्र में मुख्यमंत्री को काम करने का अधिकार है, जो दिल्ली में हो नहीं रहा है। सरकार चलाने का अधिकार उसी को मिलना चाहिए, जिसको जनता ने चुना है।संजय ने कहा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को बहुमत दिया है और उनको सरकार चलाने दी जाए। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने केजरीवाल से भी बात की है। हालांकि किसी तीसरे मोर्चे की बात से उन्होंने इंकार कर दिया। जदयू और शिवसेना से पहले भी कई राजनीतिक पार्टियां केजरीवाल के समर्थन में आ चुकी हैं। अरविंद केजरीवाल को 4 राज्यों के सीएम का समर्थन मिला। 8 दिनों से धरने पर बैठे सीएम केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। जिसपर हाई कोर्ट ने सीएम केजरीवाल को कड़ी फटकार लगाते हुए पूछा कि किसकी अनुमति से वो धरने पर बैठे हैं
आईएएस अफसरों की हड़ताल खत्म कराने की मांग को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया अपने मंत्रिमंडल सहयोगी सत्येंद्र जैन और गोपाल राय के साथ आठ दिन से धरना दे रहे हैं। केजरीवाल के साथ स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन अनशन पर हैं।