नई दिल्ली। एम्स में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। इससे पहले सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया था कि जेटली की स्थिति को देखते हुए उनका डायलिसिस किया जाएगा। वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी सोमवार को पूर्व वित्त मंत्री का हाल जानने एम्स पहुंचे।
सांस लेने में तकलीफ होने के बाद जेटली 9 अगस्त को एम्स में भर्ती हुए थे। बीते दो दिनों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बसपा सुप्रीमो मायावती, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जेटली से मिलने एम्स पहुंचे।
जेटली का सॉफ्ट टिश्यू कैंसर का इलाज चल रहा था। वे इस बीमारी के इलाज के लिए 13 जनवरी को न्यूयॉर्क चले गए थे और फरवरी में वापस लौटे थे। जेटली ने अमेरिका से इलाज कराकर लौटने के बाद ट्वीट किया था- घर आकर खुश हूं। जेटली ने अप्रैल 2018 में भी दफ्तर जाना बंद कर दिया था।14 मई 2018 को एम्स में ही जेटली का गुर्दा प्रत्यारोपण भी हुआ था, वे शुगर से भी पीड़ित हैं। सितंबर 2014 में वजन बढ़ने की वजह से जेटली की बैरिएट्रिक सर्जरी भी कराई गई थी।
जेटली को छह महीने पहले भी जांच के लिए एम्स में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए यूके और यूएस जाने की सलाह दी थी। लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद भाजपा कार्यालय में हुए कार्यक्रम में भी वो नजर नहीं आए थे। उन्होंने कैबिनेट की बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया था। मई 2019 में उन्होंने मोदी से कह दिया था कि नई सरकार में वे शामिल नहीं हो पाएंगे। इसके बाद मोदी उनसे मिलने घर पहुंचे थे।