देहरादून। उत्तराखंड में इनदिनों सियासी माहौल गरमाया हुआ है। कुछ ही दिनों बाद राज्य में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं इस बीच राजनीतिक माहौल को और हवा देते हुए जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने एक बड़ा बयान दिया है।
मीडिया को जारी अपने बयान में भावना पांडे ने कहा कि पिछले 21 वर्षों से उत्तराखंड पर हावी भाजपा और कांग्रेस सिर्फ जुमलों की राजनीति करते आये हैं। इन दोनों दलों ने पिछले 21 वर्षों में उत्तराखंड के हित के लिए कोई कार्य नहीं किया। सिर्फ जनता का मूर्ख बनाना और अपनी जेबें भरना इन दलों के नेताओं का मुख्य उद्देश्य रहा है।
क्षेत्रीय दल के मुद्दे पर एक बार फिर बड़ी बहस छेड़ते हुए भावना पांडे ने कहा कि यूकेडी को राज्य की जनता ने मौका दिया था, वो उत्तराखंड में तीसरा विकल्प बन सकती थी किन्तु यूकेडी आपसी कलह के चलते जनता की कसौटी पर खरी नहीं उतर पाई। क्षेत्रीय दल के अभाव में राज्य की भोलीभाली जनता भाजपा और कांग्रेस पर ही दाव खेलती आई और इन दलों के दिखाए सब्ज़बाग व झूठे वायदों में ही अपना भविष्य तलाशती रही।
भावना पांडे ने अपने चिरपरिचित अंदाज़ में कहा कि बीजेपी और कांग्रेस ने बारी-बारी उत्तराखंड की जनता के विश्वास को छला है और अब चुनाव नज़दीक आता देख इन दलों ने एक बार फिर से जनता को गुमराह करने की सियासत शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस बार उत्तराखंड में बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस जैसे दल जनता को बरगलाना छोड़ दें क्योंकि अब जनता इनकी चिकनी-चुपड़ी बातों में नहीं आने वाली।
उन्होंने कहा कि अब उत्तराखंड वासियों को “जनता कैबिनेट पार्टी” के रूप में तीसरा विकल्प मिल चुका है। इसी का परिणाम है कि भारी संख्या में लोग जेसीपी से जुड़ रहे हैं और पार्टी पर अपना विश्वास जता रहे हैं। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को मुँह की खानी पड़ेगी और तीसरे विकल्प के रूप में जनता कैबिनेट पार्टी भारी मतों से उत्तराखंड में जीत दर्ज करेगी।
जेसीपी मुखिया भावना पांडे ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है। अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह “क्रेन” के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि “जेसीपी” इसी “क्रेन” के ज़रिए जनता को मूर्ख बनाने वाले नेताओं को उत्तराखंड की सियासत से बाहर करेगी।