उत्तराखंड प्रदेश में निर्माण कार्याें में अब कोताही संभव नहीं होगी
आदेश के अनुसार, लोनिवि द्वारा बनाई जा रही सड़क व परियोजनाओं के निर्माण में गुणवत्ता और नियोजन की बारीकी से पड़ताल होगी। खासकर केंद्र सरकार के बजट से मंजूर परियोजनाओं पर नजर रहेगी। सुधांशु ने बताया कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के लिए हर जिले के लिए टीमों का गठन किया गया है। इससे कार्यों में सुधार आएगा। उन्होंने बताया कि जांच टीम को अपनी रिपोर्ट विभाग को देनी होगी और निर्माण में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड सरकार ने राज्य में पुल और सड़क के निर्माण कार्यों की जांच के लिए पांच टीमें गठित की हैं। हर टीम हर सप्ताह मौके पर जाकर निर्माण कार्यों की जांच करेगी। साथ ही टीम मौके से जुटाए सैंपलों की जांच खुद लैब ले जाकर कराएगी। गड़बड़ी मिलने पर संबंधित ठेकेदार और इंजीनियरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सचिव लोनिवि आरके सुधांशु ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किए।
चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी जिले के लिए एक टीम बनाई गई है। जिसमें अधिशासी अभियंता आरके जैन, विनोद कुमार और कीर्तिवर्धन नेगी को शामिल किया गया है। उत्तरकाशी और टिहरी जिले के लिए एक टीम बनाई गई है। इसमें धन सिंह कुटियाल और आरपी सिंह को शामिल किया गया है। नैनीताल, यूएस नगर और चम्पावत के लिए एक टीम बनाई गई है जिसमें प्रभारी अधीक्षण अभियंता पीएस नबियाल और सहायक अभियंता शिवा को शामिल किया गया है। पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर के लिए अलग टीम बनाई गई है जिसमें अधीक्षण अभियंता राजेंद्र सयाना, योगेश मनराल और दीपक नेगी को शामिल किया गया है। देहरादून और हरिद्वार के लिए एक अलग टीम बनाई गई है। जिसमें अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल, दिशा जोशी और सरिता बुदियाल को शामिल किया गया है।