नए साल के जश्न पर सरकार की इन गाइडलाइन्स का पालन जरूरी
प्रीतम सिंह ने कहा कि एक तरफ सरकार पयर्टकों को निमंत्रण दे रही है, दूसरी तरफ क्रिसमय और न्यू ईयर पर आयोजनों को रोक भी रही है। इससे कोरोना के कारण, संकट से जूझ रहे होटल कारोबारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन्हें एडवांस बुकिंग की रकम लौटानी पड़ रही है।
प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि क्रिसमय और नव वर्ष के मौके पर पयर्टकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है, बस 25 और 31 दिसंबर को सामुहिक पार्टियां नहीं होंगी। गुरुवार को चकराता विधायक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने विधानसभा में नियम 58 के तहत यह मुद्दा उठाया।
जिस कारण हजारों कर्मचारियों के सामने भी आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार राहत देने के बजाय होटल- रेस्टारेंट संचालकों से हजारों रुपए के बिजली पानी के बिल वसूल रही है। इस पर सरकार का पक्ष रखते हुए संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने कहा कि राज्य में पर्यटकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है।
पर्यटक सहित कोई भी व्यक्ति क्रिसमय, नए साल के सहित कभी भी कहीं भी आने जाने को स्वतंत्र हैं। न ही किसी की होटल में ठहरने की रोक है, बस कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए, 25 और 31 दिसंबर को होने वाली पार्टियों पर रोक रहेगी। इस दौरान कहीं भी सामुहिक आयोजन नहीं होंगे, शेष लोग कहीं भी धूमने फिरने के लिए स्वतंत्र हैं। पयर्टक भी होटलों में टिक सकते हैं।