वॉशिंगटन। व्हाइट हाउस का कहना है कि अमेरिका ईरान पर अधिकतम दबाव बनाना और भारी प्रतिबंध लगाना जारी रखेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की उसके पास कोई परमाणु हथियार ना हो। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 2015 ईरान परमाणु समझौते से देश को हटाने की घोषणा के एक दिन बाद यह बयान जारी किया गया।
ट्रंप ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन द्वारा किए समझौते से यह कहते हुए स्वयं को अलग कर लिया था कि यह मूल रूप से दोषपूर्ण है और वह इससे हटते हुए विश्व के पांचवे सबसे बड़े तेल उत्पादक पर फिर से प्रतिबंध लगाएगा। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने को 100 फीसदी प्रतिबद्ध हैं कि ईरान के पास परमाणु हथियार ना हों।
जब तक हम ऐसा होता नहीं देखते, उन पर अधिकतम दबाव बनाना और भारी प्रतिबंध लगाना जारी रखेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘समझौते से पहले जो प्रतिबंध हमने उस पर लगा रखे थे वे फिर से लागू किए जाएंगे और हम उनमें अतिरिक्त प्रतिबंध जोड़ने की भी तैयारी कर रहे हैं जिसकी घोषणा आगामी सप्ताह में की जा सकती है।’