उत्तराखंड में छठी से 11 वीं के छात्रों को भी देनी होगी पूरी फीस
सरकार ने स्कूल बंद होने पर फीस को लेकर कुछ व्यवस्था तय की थी। इसके तहत ऑनलाइन पढाई के आधार पर स्कूलों को केवल ट्यूशन फीस लेने की इजाजत दी थी। नवंबर 2020 में कक्षा 10 और 12 के खुलने पर इन कक्षाओं की पूरी फीस लेने की अनुमति दे दी गई थी। आठ फरवरी 2021 से सरकार ने छठी से ग्यारहवीं कक्षा को भी खोल दिया है। इनमें भी यही व्यवस्था लागू होगी। दूसरी तरफ, पहली से पांचवी कक्षाओं को 15 अप्रैल से शुरू किया जा सकता है। इस विषय को कैबिनेट के समक्ष रखा जा रहा है।
उत्तराखंड में कक्षा 10 और 12 के बाद अब छठी से 11 वीं कक्षा तक के छात्रों को भी स्कूल की पूरी फीस अदा करनी होगी। स्कूलों की फीस को लेकर सरकार ने आज अपना स्टैंड साफ कर दिया। आठ फरवरी 2021 के बाद से जो भी स्कूल जिस दिन से खुला होगा, उसी तारीख से वो टयूशन फीस के साथ बाकी पूरी फीस लेने का हकदार होगा। शनिवार को शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। फीस के बाद विधिवत आदेश जल्द जारी हो जाएगा। संपर्क करने पर शिक्षा सचिव ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि यह विषय न्यायालय में भी चल रहा है। न्यायालय ने राज्य सरकार से इस बाबत जानकारी मांगी थी।
हरिद्वार के कक्षा सात के हर छात्र को मिलेगा टैबलेट
आगामी शिक्षा सत्र से हरिद्वार जिले में सरकारी स्कूलों के कक्षा सात के हर छात्र-छात्रा के पास अपना टैबलेट होगा। समग्र शिक्षा अभियान के तहत सरकार हरिद्वार में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में इस योजना को शुरू करने जा रही है। पहले चरण में करीब 10 हजार छात्रों को निशुल्क टैबलेट दिए जाएंगे।
शिक्षा सचिव के अनुसार केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट में प्रति छात्र दस हजार रुपये का बजट तय किया है। इसमें हर टैबलेट में कक्षा सात का एनसीईआरटी का पाठ़यक्रम, पढृाई से जुड़ी अन्य सामग्री भी उलपब्ध होगी। एक साल तक टैबलेट की देखरेख का जिम्मा भी संबंधित कंपनी का होगा। इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई। न्यूनतम आपरेटिंग सिस्टम 06 रखा गया है।