कोरोना काल में ऐसा कोई जोखिम नहीं लेना चाहिए कि हरिद्वार वुहान या मरकज बनें
हरिद्वार कुंभ में निर्माण कार्यों को लेकर विपक्ष के सवालों पर सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि विपक्ष का काम ही यही है वह जो कर रहे हैं। मैं सभी से कहना चाहता हूं कि जो काम धरातल पर हुए हैं, पहले मौके पर जाकर उन्हें देंखे और उसके बाद ही कोई कमेंट करें। तो फिर सच्चाई सामने होगी। कहा कि आमजन क्या सोचता है यह सबसे बड़ी चीज है। सरकार बेहतर तरीके से वहां सुविधाएं जुटा रही है। सरकार का स्थायी कामों पर फोकस है। पुलों, घाटों, आस्था पथ का निर्माण, सजावट का काम, बिजली लाइन अडंरग्राउंड, सड़कों का चौड़ीकरण और हरिद्वार को एक कलर कल्चर देने का काम किया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना काल में ऐसा कोई जोखिम नहीं लेना चाहिए कि हरिद्वार वुहान या मरकज बनें। यही सोचकर केंद्र सरकार ने गाइड लाइन जारी की है। कहा कि केंद्र की गाइड लाइन से हरिद्वार कुंभ पर क्या असर नहीं पड़ेगा। सीएम ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता कोविड़ से लड़ाई को लेकर है। एक बार कुंभ के दौरान महामारी फैल चुकी है जिसमें हजारों लोग मारे गए थे। भारत ने कोविड महामारी पर नियंत्रण को लेकर विश्व में कीर्तिमान स्थापित किया। यही, सोचकर भारत सरकार ने गाइड लाइन जारी की है। ताकि कुंभ संक्रमण का कारण न बनें।
उन्होंने कहा कि सरकार ने हरिद्वार के लोगों से अनुरोध किया कि हरिद्वार धार्मिक और साधु-संतों की नगरी है। एक तरह से यह आध्यात्मिक राजधानी भी है। कुंभ में देश-विदेश के लाखों श्रद्दालु आएंगे। लिहाजा, वहां का बाह्य स्वरूप भी आध्यात्मिक होना चाहिए। लोगों ने इस अपील का स्वीकार किया, इसलिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद। कहा कि हरिद्वार में सजावट उत्तराखंड व रामायण की थीम पर की गई है, ताकि श्रद्धालुओं के मन में श्रद्धा का भाव और बढ़ सके। इसके साथ ही नए लोग भी भारतीय कल्चर से वाकिफ हो सकें।