देहरादून। देश में बढ़ती बलात्कार की घटनाओं और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ह्यूमन राइट्स जनरल लिस्ट जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान अहमद ने इन घटनाओं पर रोष जताया। मीडिया से वार्ता के दौरान इमरान अहमद ने कहा कि देश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर वह बहुत चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में महिलाएं खुद को असुरक्षित और असहाय महसूस कर रही हैं।
वहीं केंद्र और राज्य सरकारें इन घटनाओं के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाती नजर नहीं आ रही है। उन्होंने देश के कानून और केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के विरुद्ध एक कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है और सरकार को इस ओर शीघ्रातिशीघ्र कार्रवाई करते हुए एक कठोर कानून बनाना चाहिए।
उन्होंने अन्य देशों का जिक्र करते हुए कहा कि अफगानिस्तान, इराक, पोलैंड और सऊदी अरब जैसे देशों में बलात्कार जैसी घटनाओं को लेकर सख्त कानून बनाए गए हैं जिसमें बलात्कारियों को महज कुछ घंटों के भीतर ही कठोर से कठोर सजा देने का प्रावधान है। इमरान अहमद ने कहा कि अब समय आ गया है की भारत में भी ऐसा कानून लागू किया जाना चाहिए।
वहीं साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के उन्नाव, गुजरात और जम्मू कश्मीर के कठुआ में हाल ही में हुई रेप की तीन अलग-अलग वारदातों पर अपना गुस्सा एवं दुख जाहिर करते हुए कहा कि इन वारदातों को अंजाम देने वाले दोषियों को बक्शा नहीं जाना चाहिए तथा उन्हें कठोर से कठोर सजा दी जानी चाहिए। जो समाज में एक मिसाल बने और लोग ऐसे अपराध करने से पहले हजार बार सोचें।
उन्होंने कहा की सिर्फ कैंडल मार्च निकालने और धरने-प्रदर्शन करने से कुछ हासिल नहीं होगा सरकार को सख्त कानून संसद में लाने और इसे लागू करने की आवश्यकता है। महिलाओं के खिलाफ देशभर में बढ़ते अपराधों पर रोक लग पायेगी और तभी शायद देश की महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर पाएंगी।
ह्यूमन राइट्स जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान अहमद से पूरी वार्ता देखें इस वीडियो मेंः-