दून अस्पताल से शिफ्ट होगा ICTC केंद्र
दून अस्पताल और दून महिला अस्पताल को छह साल पहले मेडिकल कॉलेज में तब्दील कर दिया गया था। पूर्व में इसके जिला अस्पताल होने के कारण यहां आइसीटीसी केंद्र संचालित है। पर राज्य सरकार ने अब कोरोनेशन व गांधी शताब्दी अस्पताल को जिला अस्पताल बना दिया है। इनमें गांधी शताब्दी अस्पताल को मैटरनिटी केयर सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसमें आइसीटीसी केंद्र की कमी खल रही है। ऐसे में अब दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल से केंद्र यहां शिफ्ट किया जाएगा। यहां कार्यरत एक लैब टेक्नीशियन और दो परामर्शदाताओं के साथ ही कम्प्यूटर, फर्नीचर व सेंट्रीफ्यूज मशीन आदि भी गांधी अस्पताल को स्थानांतरित किए जाएंगे।
दून महिला अस्पताल में संचालित आइसीटीसी केंद्र (एकीकृत परामर्श और जांच केंद्र) गांधी शताब्दी अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। उत्तराखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति की अपर परियोजना निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने दून अस्पताल प्रबंधन को इस बावत पत्र भेजा है।
आइसीटीसी केंद्र का कार्य ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों को एचआइवी/ एड्स की जानकारी देना है, जिनमें इसके लक्षण पाए जाते हैं। साथ ही गर्भवती महिलाओं को जांच व परामर्श भी दिया जाता है।
काउंसलिंग दो चरणों में होती है, पहला है प्री-टेस्ट और दूसरा पोस्ट टेस्ट। प्री-टेस्ट काउंसलिंग में काउंसलर एचआइवी और एड्स की जानकारी देते हैं। वहीं पोस्ट टेस्ट काउंसलिंग में जांच की रिपोर्ट आने के बाद मरीज को आवश्यक परामर्श दिया जाता है। मरीज एचआइवी पॉजिटिव है तो उनकी एआरटी यानी एंटी रेट्रोवायरल थैरेपी शुरू की जाती है।