स्वस्थ श्रद्धालुओं की हरिद्वार में होगी एंट्री, प्रवेश द्वार में कोविड जांच
इसी क्रम में राज्य के मुख्य सचिव की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कुंभ स्नान के लिए आ रहे यात्रियों की कोविड सहित अन्य जांच संबंधित राज्यों में किए जाने की गुजारिश की है। राज्यों से बिना जांच और बीमार यात्रियों को अपने स्तर पर ही रोके जाने को भी कहा गया है। इसके लिए बस अड्डा, रेलवे स्टेशन पर विशेष व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। ऐसा ही पत्र राज्य ने रेलवे को भी भेजा है।
दरअसल राज्य सरकार को आशंका है कि यदि यात्री हरिद्वार की सीमा पर पहुंच ही गए तो उनकी जांच या उन्हें वापस लौटाना मुश्किल होगा। इसलिए संबंधित राज्यों को ही यह जिम्मेदारी उठाने की गुजारिश की गई है। इधर, अगले सप्ताह तक कुंभ के लिए अलग से एसओपी भी जारी हो जाएगी। सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन के मुताबिक गाइडलाइन के साथ ही यात्रियों की पंजीकरण व्यवस्था, कोविड जांच की व्यवस्था भी साफ कर दी जाएगी। उक्त गाइडलाइन भी सभी राज्यों के साथ साझा की जाएगी।
राज्य सरकार कुंभ क्षेत्र के प्रवेश द्वार पर कोविड जांच की व्यवस्था करेगी। सरकार कुंभ तैयारियों की पूरी रिपोर्ट एक बार फिर केंद्र सरकार के सामने प्रस्तुत करेगी। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कुंभ तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली। जिसमें अधिकारियों को निर्देश दिए कि भारत सरकार की एसओपी के क्रम में जरूरी इंतजाम जुटाए जाएं। सीएम ने सोशल डिस्टेंस के मानकों के साथ स्नान घाटों की क्षमता, श्रद्धालुओं के पंजीकरण के साथ ही प्रवेश द्वारों पर ही टेस्ट की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
तय किया गया कि पूरी कार्ययोजना तैयार कर केंद्र सरकार को भेजी जाए। बैठक केबाद शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि इस बीच विभिन्न राज्यों और केंद्र के बीच विभिन्न विषयों पर पत्राचार भी किया जा रहा है। एक फरवरी को अगली बैठक तक काफी हद तक स्थिति साफ हो जाएगी। बैठक कें मुख्य सचिव ओम प्रकाश, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, एसए मुरूगेशन, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, विनोद कुमार सुमन, आईजी मेला संजय गुंज्याल भी शामिल हुए।