30 अप्रैल तक जारी रहेगा हरिद्वार कुंभ
बुधवार को हरिद्वार कुंभ का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव बैसाखी पर्व संपन्न हो गया है। इसी के साथ चर्चाएं चल निकली हैं कि सरकार कुंभ मेला समय से पहले समाप्त कर सकती है। हालांकि नोडल विभाग और शहरी विभाग में अभी ऐसी कोई तैयारी नजर नहीं आ रही है।
हरिद्वार कुंभ की अधिकारिक अवधि 30 अप्रैल तक ही रहेगी। कोविड संक्रमण के खतरों को देखते हुए सरकार ने मेला जल्द समेटने की अटकलों को खारिज कर दिया है। दूसरी तरफ भीड़ कम होने के कारण एक-दो दिन में फोर्स की वापसी भी शुरू हो जाएगी।
सचिव शहरी विकास शैलेश बगौली ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल मेला अवधि 30 अप्रैल तक ही है। इसे घटाने पर विभाग के स्तर से कोई प्रस्ताव नहीं है। सूत्रों के मुताबिक सरकार आने वाले दिनों में कोविड संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए इस पर अंतिम निर्णय लेगी।
इधर, गत चार तीन से हरिद्वार में डेरा डाले डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कुंभ का मुख्य स्नान बुधवार को समाप्त हो गया है। इस कारण फोर्स की वापसी एक दो दिन में शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि अब 30 अप्रैल तक केंद्रीय बलों सहित आधा फोर्स ही हरिद्वार में रहेगा, शेष बल अपने अपने पड़ाव पर वापस लौट जाएंगे।
डीजीपी ने बताया कि बुधवार को बीते 12 अप्रैल के स्नान के मुकाबले कम भीड़ रही। इससे आने वाले दिनों में भी भीड़ सामान्य रहने के आसार है। जिसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। बता दें कि इससे पहले सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा था कि आज कुंभ मेला खत्म हो सकता है।