दिव्य,भव्य और सुरक्षित होगा हरिद्वार कुंभ
रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, मुख्य सचिव ओमप्रकाश व अन्य अधिकारियों के साथ सड़क मार्ग से हरिद्वार पहुंचे। रास्ते में निर्माण कार्यों के निरीक्षण की शुरुआत उन्होंने लालतप्पड़ फ्लाई ओवर से की। हरिद्वार पहुंचकर उन्होंने खड़खड़ी स्थित सुखी नदी पुल, आस्था पथ, गौरीशंकर द्वीप, बैरागी कैम्प पुल, रानीपुर झाल पुल और चौधरी चरण सिंह घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से विभिन्न निर्माण कार्यों में आ रही दिक्कतें और उनके पूरा होने से समय को लेकर जानकारी ली।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुम्भ पूरी तरह से ‘बेदाग’ होगा। देश और दुनिया से जो श्रद्धालु यहां आएंगे हमारी सरकार उनकी हर अपेक्षा और आशंका पर पूर्ण रूप से खरी उतरेगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने लालतप्पड़ फ्लाई ओवर के साथ ही कुंभ मेला क्षेत्र में विभिन्न निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि सभी कार्य सुव्यवस्थित तरीके से किये जा रहे हैं और अपूर्ण कार्यों को समय पर पूरे करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
उन्होंने सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। मेला अधिकारी दीपक रावत ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में विस्तार से अवगत कराया। निरीक्षण के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र में कुल 86 निर्माण कार्य स्वीकृत थे जिनमें से दो बाद में निरस्त किये गए थे। शेष 84 में से अधिकांश कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं। सभी कार्य बढ़िया और व्यवस्थित तरीके से किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना अब नए स्ट्रेन में संक्रमित हो रहा है। ऐसे में कुम्भ को दिव्य और भव्य के साथ सुरक्षित बनाना भी राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। इसके लिये केंद्र सरकार ने गाइडलाइन (एसओपी) जारी की है। एसओपी के मुताबिक ही कोरोना से बचाव के अनुकूल कुंभ की व्यवस्थाएं होंगी। कुंभ में श्रद्धालुओं को स्वच्छता, आस्था, धार्मिक परम्पराएं व लोक संस्कृति देखने को मिलेंगी। कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि कुंभ का आयोजन पूरे उत्साह और उमंग के साथ किया जाएगा।