वाशिंगटन। मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद की राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को एक बड़ा झटका देते हुए अमेरिका ने उसके मिल्ली मुस्लिम लीग( एमएमएल) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया। एमएमएल हाफिज सईद के नेतृत्व वाले आतंकवादी संगठन जमात- उद दावा का राजनीतिक मोर्चा है। अमेरिका ने इसके साथ ही एमएमएल के सात सदस्यों को विदेशी आतंकवादी भी घोषित किया है।
अमेरिका ने तहरीक- ए- आजादी- ए- कश्मीर (टीएजेके) को भी आतंकवादी समूहों की सूची में शामिल किया है। टीएजेके को लश्कर- ए- तैयबा का एक मोर्चा बताया जाता है। ट्रंप प्रशासन के अनुसारयह संगठन पाकिस्तान में बिना किसी रोक टोक के अपनी गतिविधियों का अंजाम दे रहा है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही पाकिस्तान चुनाव आयोग ने एमएमएल को राजनीतिक पार्टी के तौर पर पंजीकरण के लिए गृह मंत्रालय से मंजूरी प्रमाणपत्र लाने को कहा था।
पाकिस्तान में जुलाई में आम चुनाव होने हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय में आतंकवाद- निरोध समन्वयक नाथन ए. सेल्स ने कहा, ‘‘ एमएमएल और टीएजेके दोनों ही लश्कर- ए- तैयबा के मोर्चे हैं और इनका गठन संगठन पर लगे प्रतिबंधों से बचने के लिए किया गया है। आज के संशोधनों का लक्ष्य प्रतिबंधों से बचने के लश्कर- ए- तैयबा के रास्तों को बंद करना और उसके असली चेहरे को लोगों के सामने लाना है।’’
सेल्स ने कहा, कृपया आप दिग्भ्रमित नहीं हों। लश्कर- ए- तैयबा चाहे कोई भी नाम बदल ले, वह हमेशा हिंसक आतंकवादी संगठन ही रहेगा। अमेरिका उन सभी कदमों का समर्थन करता है, जो यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हिंसा का रास्ता पूरी तरह छोड़ने तक लश्कर- ए- तैयबा को कोई राजनीतिक मंच/ आवाज ना मिले।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘लश्कर- ए- तैयबा पाकिस्तान में बिना रोक टोक के अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है, सार्वजनिक रैलियों कर रहा है, धन जुटा रहा है और आंतकवादी हमलों की योजना बना उन्हें अंजाम दे रहा है।’’ लश्कर- ए- तैयबा को भी 26 दिसंबर 2001 को विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) घोषित किया गया था। इनका सरगना सईदी भी विदेशी आतंकवादियों की सूची में शामिल है। मंत्रालय ने कहा कि लश्कर- ए- तैयबा प्रतिबंधितों से बचने के लिए कई वर्षों से अपने नाम बदलता रहा है।