दूसरे राज्यों के छात्रों के लिए गाइडलाइंस जारी, दिखानी होगी कोरोना रिपोर्ट
गढ़वाल विवि की परीक्षाएं 19 सितंबर से शुरू होने जा रही हैं। देहरादून के निजी और अशासकीय कॉलेजों में यूपी सहित विभिन्न राज्यों के छात्र पढ़ते हैं। डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना, डीबीएस पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीसी पांडेय और एसजीआरआर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. वीए बौड़ाई का कहना है कि राज्य सरकार के निर्देशों के तहत कोरोना जांच की रिपोर्ट अनिवार्य की गई है।
गढ़वाल विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में शामिल होने दूसरे राज्यों से आए छात्रों को 72 घंटे के भीतर की कोरोना जांच की रिपोर्ट दिखानी होगी। बुधवार को डीएवी पीजी कॉलेज, डीबीएस पीजी कॉलेज और एसजीआरआर कॉलेज ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए।
सिर्फ ये ले जाएं साथ
-एडमिट कार्ड के साथ ही कॉलेज का आईडी कार्ड
-एक बॉल प्वाइंट पेन
-50 एमएल का हैंड सैनिटाइजर
-पानी की पारदर्शी बोतल
60 मिनट पहले पहुंचें केंद्र
सभी छात्रों को निर्देश दिए गए हैं कि वे परीक्षा से कम से कम एक घंटा पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। ताकि उनकी थर्मल स्क्रीनिंग सहित सभी तरह की जांच की जा सके। परीक्षा खत्म होने से पहले किसी भी छात्र को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।
परीक्षा से पहले करेनी पड़ेगी ‘पैदल परेड’
गढ़वाल विश्वविद्यालय की परीक्षा में शामिल होने के लिए सहारनपुर, बिहारीगढ़ से आने वाले छात्रों को आठ किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ सकता है। दरअसल, यूपी रोडवेज की बसें सिर्फ डाटकाली मंदिर तक आ रही हैं। इसके लिए आईएसबीटी तक पहुंचने के लिए कोई विकल्प नहीं है।
देहरादून के कॉलेजों में यूपी, बिहारीगढ़, रुड़की के तमाम छात्र पढ़ते हैं। आम दिनों में वे परीक्षाएं देने आते हैं और बस से शाम को लौट जाते हैं। लेकिन इस बार की उन्हें दिक्कत झेलनी पड़ सकती है।
डाटकाली मंदिर से पैदल आईएसबीटी आने के बाद ही कॉलेज पहुंचने के लिए उन्हें बस या विक्रम मिलेगा। ऐसे में उन्हें डर सता रहा है कि इस वजह से कहीं उनकी परीक्षा न छूट जाए। छात्रों ने मांग की है कि परीक्षाओं के दौरान डाटकाली से परिवहन की सुविधा दी जाए।