राज्य हित में विश्वविद्यालयों ने एक विश्वविद्यालय एक शोध पर काम शुरू कर दिया है। बृहस्पतिवार को राजभवन हुई राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में सभी कुलपतियों ने वर्तमान तक की प्रगति का संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण दिया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने सभी को जनवरी 2025 तक शोध कार्य पूरा कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, विश्वविद्यालय राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में अपनी अहम भूमिका निभाए। राज्यपाल ने कहा, विश्वविद्यालयों के शोध एवं अनुसंधान का लाभ लोगों को मिले तभी इसकी सार्थकता होगी। सभी कुलपतियों को कार्य को लेकर स्वायत्तता दी गई है।
कुलपति आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए विश्वविद्यालयों में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करें। उन्होंने विश्वविद्यालयों के हर क्रिया-कलापों में तकनीकी का अधिकाधिक उपयोग करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि राज्यपाल ने सभी विवि को पूर्व में राज्य हित में एक विवि एक शोध के निर्देश दिए थे। विश्वविद्यालयों ने इस पर काम शुरू कर दिया है।
ये विश्वविद्यालय इन विषयों पर कर रहे शोध
नंबर | नाम विश्वविद्यालय | शोध विषय |
1 | दून विश्वविद्यालय | उत्तराखंड में महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार |
2 | श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय | प्राचीन भारतीय ज्ञान को आधुनिक संदर्भ में जोड़ना |
3 | संस्कृत विश्वविद्यालय | संस्कृति और भारतीय ज्ञान प्रणाली की पुर्नस्थापना उत्तराखंड के विशेष संदर्भ में |
4 | जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय | उत्तराखंड में मधु (शहद) क्रांति की शुरुआत |
5 | एसएसजे विश्वविद्यालय | जीआईएस में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस |
6 | उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय | एआई और टेक्नोलॉजी के उपयोग से राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा को मजबूत करना |
7 | उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय | भगंदर बीमारी के लिए क्षारसूत्र का प्रबंधन |
8 | चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय | जिला चिकित्सालयों में ट्रॉमा केयर प्रबंधन |
9 | मुक्त विश्वविद्यालय | दिव्यांग और वंचितों के लिए शिक्षा जागरूकता |
10 | औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय | सेब, अखरोट और शहद के अधिक उत्पादन के लिए उन्नत प्रौद्योगिकीय |
11 | कुमाऊं विश्वविद्यालय | पारंपरिक खाद्य वनस्पतियों से बायोएक्टिव औषधीय हर्बल चाय से संबंधित शोध |