राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं, विजयदशमी का पर्व आज
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संदेश में कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम का संपूर्ण जीवन चरित्र अनुकरणीय है। उनकी जीवन की विशिष्टता समाज का मार्ग प्रशस्त करती रही है। उन्होंने धर्म और सत्यता के मार्ग पर चलकर रावण पर विजय प्राप्त की थी। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें जीवन की कठिनाइयों से पार पाने की प्रेरणा भी देता है। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से कोरोना के दृष्टिगत इस अवसर पर शारीरिक दूरी, मास्क पहनने के साथ ही अन्य सावधानियों का अनुपालन करने की भी अपील की है।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को विजयदशमी पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सभी से यह पर्व आपसी भाईचारे के साथ मनाने की अपील की है। राज्यपाल ने विजयदशमी की पूर्व संध्या में संदेश जारी कर कहा कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। यह हमें याद कराता है कि सच्चाई की हमेशा जीत होती है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आपसी-भाईचारे और सौहार्द के साथ मिलजुल कर यह पर्व मनाने का आह्वान किया है।
72 साल में पहली बार दून में नहीं होगा रावण दहन
देहरादून में पिछले 72 साल में पहली बार दशहरा पर्व पर रावण दहन नहीं किया जाएगा। कोरोना काल को देखते हुए प्रशासन की सख्त गाइड लाइन पर नाराजगी जताते हुए बन्नू बिरादरी ने आयोजन स्थगित करने का निर्णय लिया है। इस बार रावण दहन के दौरान मेले का आयोजन भी नहीं होगा। हालांकि, प्रेमनगर में रावण दहन की तैयारी है। उधर, प्रशासन ने भी दशहरा पर्व पर आयोजनों में नियमों का पालन कराने को कमर कस ली है।
शनिवार को बन्नू स्कूल रेसकोर्स में आयोजित पत्रकार वार्ता में बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते 25 अक्टूबर को दशहरा पर्व पर होने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। बताया कि इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए आयोजन में सिर्फ 50 व्यक्ति शामिल करने की अनुमति दी गई है। बिरादरी ने जिला प्रशासन से कम से कम 200 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति मांगी थी।