कोरोना को मात देने के लिए सरकार का प्लान, हर जिले में कोविड लैब बनाकर देंगे जंग को रफ्तार
शुक्रवार शाम को हरिद्वार मेला अस्पताल में आरटीपीसीआर लैब का लोकार्पण करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में 58 लाख लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। 77 लाख लोगों का वैक्सीनेशन होना अभी बाकी है। 30 दिसंबर तक सौ फीसदी वैक्सीनेशन कराना है। उन्होंने कहा कि पहले देहरादून, हल्द्वानी और श्रीनगर में ही आरटीपीसीआर लैब थी। अब हर जिले में लैब बनने से लोगों को जांच के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सितंबर तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में कोरोना जांच लैब का निमार्ण करा दिया जाएगा। साथ ही जिला मुख्यालयों में डायलिसिस सेंटर बनाने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 30 दिसंबर तक सौ फीसदी वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है। वैक्सीनेशन को लेकर उत्तराखंड इस समय देश में तीसरे स्थान पर है। सरकार की कोशिश पहला स्थान हासिल करने की है। डॉ. रावत ने कहा कि वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करने के लिए उन्होंने सभी विधायकों से सौ-सौ वैक्सीनेशन केंद्रों का निरीक्षण करने को कहा है। जिससे वैक्सीनेशन के काम में तेजी लाई जा सके। कुछ ही जिलों में डायलिसिस की सुविधा है। सरकार सभी जिलों में डायलिसिस केंद्र बनाने का काम जल्द शुरू करेगी। स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार को लेकर बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कोरोना जांच लैब हमारे जिले के लिए बड़ी देन है। अस्पताल में जल्द एमआरआई की मशीन लगाई जाएगी। कहा कि महिला अस्पताल में बेड बढ़ाने का कार्य किया गया है। अगले कुछ दिनों में मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएगा तो स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार आएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना जांच घोटाला में जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने 22 बेड के आईसीयू वार्ड का भी निरीक्षण किया। समारोह में जिलाधिकारी सी रविशंकर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके झा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश गुप्ता, माइक्रोबायोलाजिस्ट डॉ. अंजूम, भाजपा जिला महामंत्री विकास तिवारी आदि मौजूद थे।
संविदा कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर उन्हें अपनी समस्या बताई। कहा कि संविदा पर होने के कारण उन्हें समय पर वेतन नहीं मिलता है। सरकार को सीधी भर्ती कर कर्मचारी रखने चाहिए।
मेला अस्पताल में 4.50 करोड़ रुपये से बनाई गई आरटीपीसीआर लैब में एक हजार लोगों के जांच की क्षमता है। कोरोना जांच के लिए अब लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा।
हरिद्वार में 15 अगस्त से पहले जिन 12 गांवों में सौ फीसदी वैक्सीनेशन का काम पूरा हो जाएगा। उसे जिलाधिकारी की ओर से 3 लाख रुपये गांव के विकास को दिए जाएंगे।