मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि देशभर में जिस तरह से कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है, उसके मद्देनजर लाकडाउन बढ़ाने की जरूरत है। जरूरी वस्तुओं की दुकानों के खोलने की अवधि फिलहाल यथावत रहेगी। उन्होंने कहा कि हालांकि, कुछ हद तक उत्तराखंड में स्थिति ठीक है, लेकिन देश के अन्य राज्यों में यह संक्रमण बढ़ रहा है। इसे रोकने के लिए लाकडाउन बढ़ाना जरूरी हो गया है। राज्य के प्रबुद्ध जनों ने भी उन्हें यह सुझाव दिए हैं।
कोरोना वायरस का कहर देशभर में लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन को ओडिशा और पंजाब सरकार ने 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार भी अब लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के मूड में है। इसके लिए त्रिवेंद्र सरकार ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि दुकानों के खोलने की अवधि को सोच समझकर कर दोपहर एक बजे तक की गई है। हालांकि, कुछ अनावश्यक लोग सड़कों पर आ रहे हैं, लेकिन इस व्यवस्था से सोशल डस्टिेंसिंग बनी हुई है, लिहाजा फिलहाल इसमें कोई परिवर्तन नहीं करने जा रहे हैं। उन्होंने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ग्राम प्रधानों, पंचायतों और निकायों के प्रतिनिधियों के विशेष सहयोग देने और राहत कोष में सहयोग करने वालों की प्रंशसा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से टेलीफोन पर बात कर महामारी पर अंकुश को लेकर तैयारियों का अपडेट लिया। त्रिवेंद्र ने बताया कि पीएम मोदी एक अभिभावक के तौर पर चिंतित हैं और जब भी उन्हें समय मिलता है तो वे उत्तराखंड के बारे में अपडेट लेते रहते हैं। इसके अलावा प्रत्येक तीन दिन के भीतर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री या फिर सचिव दो बार वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की अतिरक्ति सतर्कता के चलते राज्य के सात जिले इस संक्रमण से अछूते हैं। कहा कि अल्मोड़ा में एक जमाती व पौड़ी में विदेश से आए युवक में कोरोना पाजिटिव का संक्रमण पाया। अन्यथा ये जिले भी इससे दूर रहते। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 22 मार्च से ही लाकडाउन लागू कर दिया था। इसके चलते यह परिणाम आए। अभी तक जो पाजिटिव केस मिले हैं, वे दून, हरद्विार, यूएसनगर और नैनीताल जिले तक ही सीमित हैं।