शेयर बाजार निवेशकों के लिए शुक्रवार को शुरुआती 15 मिनट भारी उतार- चढ़ाव भरे रहे। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों दस प्रतिशत से अधिक टूट गए। इस उतार चढ़ाव के बाद अंत में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 1,325 अंक चढ़कर बंद हुआ। बाजार में गिरावट इतनी जोरदार थी कि सुबह 9:20 बजे के आसपास बीएसई और एनएसई दोनों का कारोबार 45 मिनट के लिए बंद करना पड़ा। 12 साल में यह पहला मौका है, जबकि शेयर बाजारों में कारोबार बीच में रोकना पड़ा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शेयर बाजारों में जारी भारी उथल-पुथल को लेकर शुक्रवार (13 मार्च) को कहा कि सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। सीतारमण ने कहा कि सरकार रिजर्व बैंक के साथ मिलकर कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर बाजार में मचे घमासान की निगरानी कर रही है।
कोरोना वायरस महामारी की वजह से शुक्रवार को दुनियाभर के बाजारों में अफरा-तफरी रही। इसी रुख के अनुरूप यहां भी शुरुआती कारोबार में बाजारों में भारी गिरावट आई। बीएसई सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान एक समय 29,388.97 अंक पर आ गया। लेकिन बाद में निचले स्तर पर चली लिवाली के सिलसिले से इसमें 5,380 अंक का जोरदार सुधार दर्ज हुआ। अंत में सेंसेक्स 1,325.34 अंक या 4.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 34,103.48 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 365.05 अंक या 3.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 9,955.20 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 8,555.15 अंक के निचले स्तर तक आया था। सेंसेक्स की ज्यादातर कंपनियों के शेयर लाभ के साथ बंद हुये। एसबीआई में सबसे अधिक लाभ रहा और इसका शेयर 13.87 प्रतिशत चढ़ गया। टाटा स्टील, एचडीएफसी, सनफार्मा, बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर नेस्ले इंडिया, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, हीरो मोटोकॉर्प और एचसीएल टेक के शेयरों में नुकसान रहा।