85 फीसद वायदे पूरे कर चुकी है सरकार
रविवार को मुख्यमंत्री ने करीब 50 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आगामी 18 मार्च को राज्य सरकार के चार वर्ष पूर्ण हो जाएंगे। जनता की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। जो घोषणाएं की गई हैं, उनकी नियमित समीक्षा की जा रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत पिछले 17 साल में जितनी सड़क बन पाई, लगभग उतनी ही सड़क हमने तीन साल और दस माह में बना दी।
उत्तराखंड सरकार विकास कार्यों और जनहित की योजनाओं को लेकर प्रतिबद्ध है। वर्ष 2017 में प्रदेश की जनता से किए गए वायदों में से 85 फीसद पूरे किए जा चुके हैं। शेष वायदों को भी तेजी से पूर्ण किया जाएगा। वर्तमान सरकार कहने से ज्यादा करने में विश्वास रखती है। यह बातें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दून में मियांवाला स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में रायपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि इस अवधि में राज्य में 11 हजार किमी सड़क बनी। महिला सशक्तीकरण की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। पति की पैतृक संपति में महिलाओं को अधिकार दिलाने का निर्णय उसी दिशा में एक कदम है। इस अवसर पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, महापौर सुनील उनियाल गामा, दायित्वधारी राजकुमार पुरोहित, राजेश शर्मा, राजपाल सिंह रावत, भाजपा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट आदि उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 16 जुलाई को हरेला पर प्रदेश में व्यापक स्तर पर पौधारोपण किया जाएगा। सभी को एक पौधा लगाने का संकल्प लेना होगा। एक घंटे के भीतर रिकॉर्ड पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मार्च-अप्रैल तक सौंग बांध का शिलान्यास करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शिलान्यास के बाद 15 माह में यह बांध तैयार कर दिया जाएगा।
अब विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो नेताओं में टिकट के लिए जोर आजमाइश भी शुरू हो गई है। इसी जोरआजमाइश का नतीजा रहा कि रायपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में भाजपा नेताओं के बीच गुटबाजी की झलक भी नुमाया हुई। आगामी विधानसभा चुनाव में अपना दावा पुख्ता करने के लिए प्रत्येक नेता इन दिनों पार्टी आलाकमान को दमखम दिखाने का अवसर ढूंढने में लगा है। इसी क्रम में रविवार को मियांवाला में भाजपा के कई नेता भीड़ जुटाकर मुख्यमंत्री समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष शक्ति प्रदर्शन करते दिखे।
कोई क्षेत्रीय विधायक तो कोई मुख्यमंत्री और कोई खुद के पक्ष में नारे लगवाता नजर आया। इन्हीं नेताओं में से एक भाजयुमो के पूर्व महानगर अध्यक्ष रंजीत भंडारी जब समर्थकों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो उन्होंने केवल मुख्यमंत्री के पक्ष में नारेबाजी की। क्षेत्रीय विधायक को सिरे से दरकिनार कर दिया गया। उनके बैनर में भी क्षेत्रीय विधायक को स्थान नहीं दिया गया था। रंजीत भंडारी के समर्थक बीच-बीच ने उनके पक्ष में भी नारेबाजी करते रहे। उनके साथ महापौर सुनील उनियाल गामा, दायित्वधारी राजेश शर्मा, जितेंद्र रावत भी शामिल थे।