आधिकारिक बयान के मुताबिक, अब तक तेल कंपनियों ने इस मद में उज्जवला योजना के करीब 7.15 करोड़ लाभार्थियों के खाते में 5,606 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए हैं। इसमें बताया गया है, ‘यह योजना पहली अप्रैल से 30 जून तक के लिए प्रभावी है। इसके तहत कंपनियां लाभार्थी के खाते में उसके पैकेज के हिसाब से 14.2 किलो या पांच किलो के सिलेंडर की कीमत के बराबर का एडवांस जमा करा रही हैं। ग्राहक इस पैसे से सिलेंडर रिफिल करा सकेंगे।
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के लाभार्थियों के लिए तीन महीने निशुल्क गैस रिफिल का एलान किया है। अप्रैल से जून, 2020 तक के लिए यह घोषणा की गई है।
आइओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल जैसी कंपनियां पहले ही डिलीवरी बॉय समेत सप्लाई चेन के विभिन्ना चरणों में कार्यरत अपने कर्मचारियों के लिए पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि का एलान किया है। किसी भी कर्मचारी की कोरोना संक्रमण के कारण मौत की स्थिति में यह राशि उनके परिजनों को मिलेगी। कंपनियों का कहना है कि इस मुश्किल की घड़ी में डिलीवरी बॉय समेत तमाम योद्धा अपने कार्य में लगे हैं। कंपनियां सुनिश्चित कर रही हैं कि डिलीवरी के लिए किसी को दो दिन से ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़े। लॉकडाउन के बाद से देश में रोजाना करीब 60 लाख सिलेंडर रिफिल किए जा रहे हैं।
वहीं, दूसरी ओर सरकारी तेल कंपनियां केंद्र सरकार के निर्देश पर देश भर में उज्ज्वला योजना को आगे बढ़ाने में जोर-शोर से लग गई हैं। लेकिन लॉकडाउन की वजह से जिस तरह से पेट्रोल व डीजल की मांग घट रही है उससे चिंता बढ़ती जा रही है। लॉकडाउन के चलते वाहनों के रोड से हटने और औद्योगिक गतिविधियों के ठप होने से हर तरह की ऊर्जा की मांग कम हो गई है।