देहरादून। ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे 10 घंटे तक यातायात के लिए बाधित रहा। कुंजापुरी (धौलापाणी) के पास चट्टान टूटने से भारी मात्रा में मलबा हाईवे पर आ गिरा था। काफी मशक्कत के बाद बीआरओ को बृहस्पतिवार पूर्वाह्न 11 बजे हाईवे को यातायात के लिए बहाल किया। इस दौरान हाईवे के दोनों तरफ वाहनों में सैकड़ों यात्री फंसे रहे।
नरेंद्रनगर से चार किमी आगे नई टिहरी की तरफ कुंजापुरी (धौलापाणी) के पास बुधवार रात एक बजे चट्टान से एकाएक भारी भूस्खलन हुआ। बड़े-बड़े पत्थर और मलबा भरभरा कर हाईवे पर आ गया। सूचना पर थानाध्यक्ष मनीष उपाध्याय और बीआरओ के मजदूर जेसीबी लेकर मलबा हटाने पहुंचे, लेकिन चट्टान से लगातार भूस्खलन होने और अंधेरा छाने से रात में काम शुरू नहीं हो पाया। सुबह पांच बजे मलबा और पत्थर हटाने का काम शुरू हुआ। इस दौरान सड़क मार्ग के दोनों तरफ वाहनों में सैकड़ों यात्री फंसे रहे। वाहनों की लंबी कतार को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भद्रकाली और आगराखाल में वाहनों को रोक दिया।
बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे बीआरओ को सड़क पर यातायात बहाल करने में कामयाबी मिल पाई। तब जाकर वहां फंसे लोग अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। वहीं थल-मुनस्यारी सड़क पांचवें दिन वाहनों के लिए खुल गई है। सड़क नाचनी की नया बस्ती में रविवार से बंद थी। यहां सौ मीटर सड़क बह गई थी।
पुश्ता क्षतिग्रस्त होने से पिछले दो माह से क्षतिग्रस्त पड़ी बिरही-निजमूला सड़क पर बृहस्पतिवार से छोटे वाहनों की आवाजाही सुचारु हो गई है। सड़क पर वाहनों की आवाजाही शुरू होने से निजमूला घाटी के लगभग 15 गांवों के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। यहां अभी भी पहाड़ी से खतरा बना हुआ है। बारिश होने पर पहाड़ी से मलबा और बोल्डर के सड़क पर आने की आशंका बनी हुई है।
27 जुलाई को भारी बारिश के दौरान गाड़ी गांव के समीप निजमूला सड़क पर करीब 30 मीटर पुश्ता क्षतिग्रस्त हो गया था। जिससे यहां वाहनों की आवाजाही ठप हो गई थी। ग्रामीण रोजमर्रा के कार्यों के लिए लंबी दूरी तक पैदल आवाजाही करने को मजबूर हो गए थे। लोक निर्माण विभाग की ओर से हिल कटिंग करने के साथ ही पुश्ता निर्माण कार्य शुरू किया गया। अब सड़क को छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारु कर दिया गया है।
बदरीनाथ विधायक के प्रतिनिधि मोहन सिंह नेगी ने बताया कि निजमूला सड़क गाड़ी गांव के समीप सुचारु हो गई है। गौणा गांव के समीप भेलताला गदेरे में क्षतिग्रस्त मोटर पुल की अभी तक मरम्मत न होने से यहां वाहनों की आवाजाही में दिक्कतें हो रही हैं। ग्रामीण यहां पर वाहनों के बजाय पैदल आवाजाही कर रहे हैं। इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि निजमूला सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारु कर दिया गया है।