पूर्वोत्तर के राज्यों असम और त्रिपुरा में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध तेज हो गया है। दोनों ही राज्यों में जमकर आगजनी और हिंसा जारी है। इसी के साथ असम के डिब्रूगढ़ जिले में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। गुवाहाटी में भी राज्य सरकार ने गुरुवार रात 7 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
असम में छात्र संगठनों ने प्रदर्शन के दौरान काफी तोड़फोड़ की। वहीं, विरोध प्रदर्शन के कारण कोलकाता (पश्चिम बंगाल) से डिब्रूगढ़ सेक्टर (असम) के लिए जानें वाली सभी उड़ानों को रद कर दिया गया है। विस्तारा, इंडिगो और स्पाइसजेट ने असम जाने वाली अपनी फ्लाइट को कैंसल कर दिया है।
प्रदर्शकारियों ने वाहनों को किया आग के हवाले
प्रदर्शनकारियों ने वाहनों और रेलवे स्टेशनों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा और आगजनी के चलते सुरक्षा बलों को फायरिंग तक करनी पड़ी। लिहाजा असम के गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में अनिश्चितकाल के लिए कफ्र्यू लगा दिया गया और चार जिलों में सेना तैनात कर दी गई।
त्रिपुरा में अर्धसैनिक बल तैनात
त्रिपुरा में भी सेना के नियंत्रण वाले अर्धसैनिक बल असम राइफल्स को तैनात किया गया है। राज्य में एक प्रदर्शनकारी के मारे जाने की बात भी कही जा रही है। पूर्वोत्तर का सेना मुख्यालय पूरे हालात पर नजर रखे हुए है। हालांकि, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने दावा किया है कि ‘ज्वाइंट मूवमेंट अगेंस्ट सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल’ ने अपना अनिश्चितकालीन आंदोलन वापस ले लिया है।
सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल पी. खोंगसई ने बताया कि गुवाहाटी शहर में सेना की दो टुकडि़यां तैनात की गई हैं और वे शहर में फ्लैग मार्च कर रही हैं। तिनसुकिया, जोरहट और डिब्रूगढ़ जिलों में भी सेना तैनात की गई है।
कफ्र्यू के बावजूद सड़कों पर प्रदर्शनकारी
वहीं, बुधवार को हजारों कैब विरोधी प्रदर्शनकारी असम की सड़कों पर उतर आए और कई जगहों पर उनका पुलिस के साथ संघर्ष हुआ। असम के छात्र आंदोलन के बाद राज्य में पहली बार इस तरह के हालात बने हैं। गुवाहाटी में कफ्र्यू की अवहेलना करके प्रदर्शनकारी सड़कों पर जमे हुए हैं और शहर की ज्यादातर सड़कों को उन्होंने ब्लॉक कर रखा है।
दो रेलवे स्टेशनों को लगाई आग
पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि असम में प्रदर्शनकारियों ने बुधवार रात डिब्रूगढ़ के चाबुआ रेलवे स्टेशन और तिनसुकिया जिले के पानीटोला रेलवे स्टेशनों को आग लगा दी। डिब्रूगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल का गृह नगर है।
सैकड़ों प्रदर्शनकारी हिरासत में
असम की राजधानी दिसपुर में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को फाय¨रग तक करनी पड़ी। प्रदर्शनकारी छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच राज्य सचिवालय के सामने झड़प हुई। छात्र नेताओं ने दावा किया कि पुलिस कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और जोरहट में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। त्रिपुरा की राजधानी में भी ऐसी ही घटनाएं हुई हैं।
पीएम के लिए बना मंच तोड़ा
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री एबी शिंजो के सम्मेलन के लिए बनाया गया मंच भी तोड़ दिया। उन्होंने असम के दुलियाजन में केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर पर भी तोड़फोड़ की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।