बंद पड़े ट्रेंचिंग ग्राउंड के कूड़े में लगी आग, तीन हजार लोगों का सांस लेना हुआ मुहाल

देहरादून : सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को ठेंगा दिखाते हुए नगर निगम के बंद पड़े ट्रेंचिंग ग्राउंड में कूड़े में किसी ने आग लगा दी। बुधवार देर रात लगाई गई आग में हजारों मीट्रिक टन कूड़ा गुरूवार तक जलता रहा, लेकिन नगर निगम ने सुध लेने की जहमत नहीं उठाई।

जैविक व अजैविक कूड़े समेत बॉयोमेडिकल कूड़े में लगी आग से करीब दो किमी दायरे में स्मॉग फैल गया, जिससे समीप के करीब तीन हजार लोगों का सांस लेना मुहाल हो गया। कुछ लोग अपने घर बंद करके दूसरे स्थानों पर चले गए। लोगों ने नगर आयुक्त को शिकायत भी की, मगर आयुक्त के दिल्ली होने के कारण निगम का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। आग गुरूवार रात तक जारी थी।

सहस्रधारा रोड पर निगम पिछले कई वर्षों से कूड़ा डंप कर रहा था मगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गत एक दिसंबर से यहां कूड़ा डालना बंद कर दिया गया। अब कूड़े को शीशमबाड़ा प्लांट में डंप किया जा रहा है। सहस्रधारा रोड ट्रेंचिंग ग्राउंड में लाखों टन कूड़ा अभी पड़ा हुआ है। इस कूड़े का निस्तारण अभी शुरू नहीं हुआ है।

स्थिति ये है कि यहां सामान्य कूड़े के साथ-साथ बॉयोमेडिकल वेस्ट भी गिराया जाता था। आग लगने की स्थिति में यहां खतरनाक गैस निकलने की आशंका रहती है। पिछले दिनों 10 नवंबर की रात भी किसी ने कूड़े में आग लगा दी थी, जो करीब दो सप्ताह तक नहीं थमी थी और आसपास के करीब पंद्रह किमी में स्मोग फैल गया था।

बताया गया कि बुधवार देर रात किसी ने यहां फिर आग लगा दी। सुबह होते-होते पूरे क्षेत्र में धुएं की वजह से लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो गया। नाराज लोगों ने निगम में शिकायत की लेकिन कोई अधिकारी पहुंचा नहीं। देर रात निगम के कुछ अधिकारियों ने वहां पहुंच आग बुझाने का कार्य शुरू कराया। फिलहाल जहरीले धुएं की वजह से लोगों में सांस की बीमारी का खतरा भी बना हुआ है।

नहीं उठे निगम में फोन

स्थानीय लोगों ने बताया कि वे पूरा दिन नगर निगम के फोन मिलाते रहे मगर किसी ने फोन नहीं उठाया। नगर आयुक्त दिल्ली में थे। उनके मोबाइल पर बात हुई तो कुछ कार्रवाई की आस जगी।

आखिर कौन लगा रहा आग

ट्रेंचिंग ग्राउंड में दो माह में दूसरी बार आग की घटना ने निगम की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, ट्रेंचिंग ग्राउंड चारों तरफ से दीवार से बंद है और गेट पर ताला लगा है। वहां निगम कर्मियों के अलावा कोई और नहीं जा सकता। ऐसे में आग कौन लगा रहा, यह संदेह की बात है।

नगर आयुक्त विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि मैं दिल्ली में एक कार्यक्रम में हूं। मुझे लोगों ने फोन कर सूचना दी थी। निगम के वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरके सिंह को मौके पर जाने के निर्देश दिए गए। साथ ही आग बुझाने के लिए दमकल का इस्तेमाल करने और मिट्टी की लेयर कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।

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