उत्तराखंड में सामरिक दृष्टि से विकसित होंगी चार एयर स्ट्रिप
उत्तराखंड की लगभग 650 किमी सीमा चीन एवं नेपाल से लगी हुई है। चीन पिछले कुछ सालों में कई दफा चमोली जिले में बाड़ाहोती तक घुसपैठ कर चुका है। इसके अलावा उत्तरकाशी जिले से लगी सीमा पर भी चीन की गतिविधियां रही हैं। भारत और चीन के बीच पिछले कुछ समय से चल रहे तनाव के मददेनजर उत्तराखंड सामरिक लिहाज से खासा महत्वपूर्ण हो गया है।
उत्तराखंड सरकार ने राज्य से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के मददेनजर केंद्र से अनुरोध किया है कि यहां एयर कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए नई एयर स्टिप बनाई जाएं और मौजूदा हवाई पटिटयों को सामरिक दृष्टिकोण से विकसित किया जाए। इनमें से तीन एयर स्टिप राज्य में पहले से ही मौजूद हैं, जबकि एक नई स्टिप तैयार की जाएगी। इसके अलावा पंतनगर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में मंजूरी देने की कड़ी में डीजीसीए की टीम आगामी 25 जुलाई को पंतनगर पहुंच रही है।
इस लिहाज से सैन्य बलों के तेज मूवमेंट के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इस कड़ी में अब उत्तराखंड सरकार ने केंद्र से राज्य में स्थित हवाई पटिटयों को सामरिक दृष्टिकोण से तैयार कने का अनुरोध किया है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है।
गुरुवार रात्रि ‘दैनिक जागरण’ से बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि राज्य के तीन जिलों उत्तरकाशी, चमोली व पिथौरागढ़ में हवाई पटटी पहले से ही मौजूद हैं। उत्तरकाशी में चिन्यालीसौड और चमोली जिले के गोचर में हवाई पटिटयों को और ज्यादा विकसित करने के संबंध में केंद्र से अनुरोध किया गया है। पिथौरागढ़ की हवाई पटटी के विस्तार के लिए धनराशि मंजूर कर दी गई है। इस हवाई पटटी के विस्तार में कुछ भवन आड़े आ रहे हैं, उन्हें हटाया जाएगा। इसके अलावा अल्मोड़ा जिले में चौखुटिया में भी एक एयर स्टिप बनाई जाएगी।
यहां एयर स्टिप के लिए पर्याप्त संभावनाएं हैं और इसे इस उद्देश्य के लिए उपयुक्त पाया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के सामरिक दृष्टिकोण को देखते हुए राज्य सरकार रक्षा मंत्रलय के अधिकारियों से लगातार बातचीत कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुताबिक, पंतनगर एयरपोर्ट को जल्द अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में मंजूरी मिलने की उम्मीद है। आगामी 25 जुलाई को केंद्रीय उड्डयन सचिव और डीजीसीए की टीम एयरपोर्ट के निरीक्षण के लिए पंतनगर पहुंच रही है।