मंगलवार से यह व्यवस्था लागू कर दी गई। एक लेन में कांवड़िए और दूसरी लेन पर सामान्य यातायात संचालित किया गया। लेकिन इससे रोड़ीबेलवाला से सप्तऋषि तक जाम लग गया। पुलिसकर्मी व्यवस्था बनाते हुए नजर आए, जहां पुलिसकर्मियों की ड्यूटी नहीं थी, वहां दो लाइनों में वाहन चलाए गए, जो जाम का कारण बने।
हरिद्वार जिले में बुधवार से कांवड़ यात्रा की समाप्ति (26 जुलाई) तक भारी वाहनों की एंट्री बंद कर दी जाएगी। अभी तक भारी वाहनों को रात 12 बजे से सुबह पांच बजे तक छूट दी गई थी। उधर हाईवे पर मंगलवार की शाम को कांवड़ियों के लिए ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था लागू कर दी गई है।
इसमें एक लेन में हाईवे और दूसरी लेन में कांवड़ियों के वाहन रवाना किए जा रहे है। कांवड़ियों के लिए एक लेन को पूरी तरह खाली कराया गया है। यह व्यवस्था लागू होते ही हाईवे पर करीब चार किमी लंबा जाम लग गया। हरिद्वार से दिल्ली तक यूपी की सहायता से कांवड़ियों के लिए हाईवे पर एक लेन को आरक्षित किया गया था।
डीआईजी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बुधवार से हाईवे पर भारी वाहनों को बंद कर दिया जाएगा। आवश्यक वस्तुओं के वाहनों पर कोई रोक नहीं रहेगी। जिले में भारी वाहनों को नहीं आने दिया जाएगा। दिल्ली की ओर से आने वाले वाहनों को नारसन के बाहर और देहरादून से आने वाले वाहनों को लालतप्पड़ में रोका जाएगा।
कांवड़ियों के अलावा हाईवे पर आने और जाने वाले वाहनों को एक लेन में चलाया जा रहा है। जबकि कांवड़ियों के लिए एक ओर की लेन आरक्षित है। इस लेन में कांवड़िए ही निकल रहे हैं। एक लेन में हाईवे चलाए जाने के बाद लगे जाम पर सफाई देते हुए सीओ ट्रैफिक राकेश रावत ने कहा कि नई व्यवस्था लागू करने पर कुछ दिक्कतें आती हैं। पुलिस हाईवे पर तैनात है। जाम नहीं लगने दिया जाएगा।