कोविड की चुनौती में खरा उतरा ऊर्जा निगम, अस्पताल परिसर को निर्धारित समय पर किया रोशन
राज्य में कोरोना संक्रमण के तेजी के साथ बढ़ने के बाद प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को और व्यापक और विस्तारित करने का निर्णय लिया। इसके तहत आइडीपीएल मैदान में डीआरडीओ की मदद से 500 बेड सुविधा युक्त अस्थायी चिकित्सालय बनाने का कार्य शुरू किया गया। इसके लिए राज्य सरकार को विद्युत पेयजल और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं निर्धारित समय पर उपलब्ध कराने का कार्य सौंपा गया था। 18 मई तक ऊर्जा निगम को अस्पताल परिसर में विद्युत आपूर्ति शुरू करनी थी। इस लक्ष्य को सोमवार रात नौ बजे ऊर्जा निगम की टीम ने पूरा कर लिया।
वर्तमान में कोरोना का हाल के संकट में उत्तराखंड ऊर्जा निगम चुनौती को पूरा करने में खरा उतरा है। डीआरडीओ की ओर से आइडीपीएल मैदान में बनाए जा रहे 500 बैड के अस्पताल परिसर को निर्धारित समय के भीतर विभाग ने सोमवार की रात बिजली की रोशनी से जगमग कर दिया।
ऊर्जा निगम मुख्यालय से आए अधीक्षण अभियंता राजकुमार, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण अमित कुमार शर्मा की लीडरशिप में यह कार्य शुरू किया गया। अधिशासी अभियंता ऋषिकेश डिवीजन शक्ति सिंह ने बताया कि बैराज विद्युत सब स्टेशन से अस्पताल परिसर तक चार किलोमीटर लंबी 11 केवी की लाइन बिछाई गई। 500 केवीए के छह ट्रांसफार्मर और 250 केवीए का एक ट्रांसफार्मर लगाया गया। विभाग की टीम ने 10 मई से इस प्रोजेक्ट पर काम को शुरू किया।
सोमवार रात नौ बजे जब अस्पताल परिसर की आपूर्ति का ट्रायल किया गया तो पहली ही बार में चिकित्सालय परिसर जगमग रोशनी से नहा गया। ऊर्जा निगम की उपस्थित टीम के सदस्यों ने मिशन के पूरा होने पर खुशी जताई। इस टीम में उपखंड अधिकारी प्रवीण कुमार, अवर अभियंता श्याम सुंदर, पिटकुल के अधिशासी अभियंता वरुण गौड़, सहायक अभियंता उदय सिंह, आरबी इलेक्ट्रिकल कंस्ट्रक्शन कंपनी से रोहित भाटिया आदि शामिल रहे।