कोरोना की जंग में ऑक्सीजन प्लांट तक पहुंचेगी बिना रुके बिजली
प्लांट के तहत आने वाले फीडर में हर एक किमी में एक आदमी की तैनाती सुनिश्चित की जाए। जो उस क्षेत्र की लाइनों की पेट्रोलिंग करेगा। ताकि ब्रेकडाउन आने पर 15 मिनट के भीतर आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। हर उस जिले जहां ऑक्सीजन प्लांट हैं, वहां एक सहायक अभियंता बतौर नोडल अफसर तैनात किया जाएगा। जिसके पास 24 घंटे की सूचना रहेगी। लाईन मरम्मत के लिए हर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। हर जिले में अधीक्षण अभियंता वितरण सुनिश्चित करेंगे की वे आपदा प्रबंधन अधिकारी के सम्पर्क में रहेंगे। जिससे आकस्मिक स्थिति में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने की कार्यवाही हो सके। मुख्यालय स्तर पर भी नोडल अफसर तैनात किए गए हैं। ईई मोहन मित्तल को हरिद्वार, देहरादून, शिशिर श्रीवास्वत को नैनीताल, यूएसनगर की जिम्मेदारी दी गई है।
ऑक्सीजन प्लांट तक निर्बाध बिजली सप्लाई किए जाने को एमडी यूपीसीएल नीरज खैरवाल ने सभी इंजीनियरों को निर्देश दिए। साफ किया कि ऑक्सीजन प्लांट तक पहुंचने वाली लाइनों में पहले तो फॉल्ट आने की समस्या ही पैदा न हो। यदि ऐसा होता भी है, तो 15 मिनट के भीतर फॉल्ट ठीक किया जाए। इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं।ऑनलाइन बैठक में कहा कि सभी फीडर की पेट्रोलिंग की जाए। ये सुनिश्चित किया जाए कि लाईन के दो दो मीटर पर कोई भी पेड़ और उसकी टहनी न हो। इसके लिए सम्बन्धित डीएफओ, डीएलओ से संपर्क किया जाए। हर ऑक्सीजन प्लांट पर यूपीसीएल की ओर से एक व्यक्ति 24 घंटे तैनात रहेगा। ताकि कोई भी व्यवधान आने पर वो टीम को सूचित करेगा।
ऑनलाइन बैठक शुरू होने पर ऋषिकेश डिवीजन के एक्सईएन डीपी सिंह के कोरोना से निधन पर शोक प्रकट किया गया। सभी इंजीनियरों को विशेष एहतियात के साथ काम करने के निर्देश दिए गए। सब डिवीजन स्तर पर सेनेटाईजर, मास्क के लिए 10 हजार, डिवीजन स्तर पर 15 हजार, एसई स्तर पर 20 हजार, मुख्य अभियंता स्तर पर 25 हजार की मंजूरी दी गई।